- अभी तस्वीर साफ नहीं, कैलाश विजयवर्गीय के बयान से बढ़ी आशंका
एफएनएन चुनाव ब्यूरो, नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव के रुझानों में शुरुआत में पिछड़ने के बाद एनडीए ने दमदार वापसी की है। दोपहर 1.17 बजे तक के चुनावी रुझानों पर निगाह डालें तो एनडीए प्रत्याशी 127, एमजीबी 106 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं। एमजीबी एक बार फिर चुनावी हवा के रुख को अपनी तरफ मोड़ने के लिए जीतोड़ कोशिश कर रहा है। हालांकि, चुनाव पूर्व भाजपा के स्पष्ट ऐलान के बाद भी अभी नीतिश कुमार के बिहार के चौथी बार मुख्यमंत्री बनने की तस्वीर पूरी तरह साफ नहीं है। भाजपा की सीटें इस बार जेडी यू से ज्यादा रहने के पूरे आसार हैं लिहाजा मुख्यमंत्री कौन बनेगा, यह फैसला पूरी तरह से सहयोगी पार्टी बीजेपी के भरोसे पर रह गया है।
खुद नीतिश कुमार की परफॉर्मेंस उम्मीद से कम रही है। पहली बार उनकी पार्टी जेडी यू पीएम मोदी की पार्टी की जूनियर पार्टनर बनती दिख रही है। हालांकि, नीतीश कुमार के करीबियों का दावा है कि ‘ब्रांड नीतीश’ अभी धूमिल नहीं पड़ा है। लेकिन यह तो वे भी मान ही रहे हैं कि इस बार एंटी-इन्कंबेंसी ‘सुशासन कुमार’ का खेल बिगाड़ भी सकती है। वरिष्ठ भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने तो साफ-साफ कह दिया है कि ‘मोदीजी की छवि ने हमें इस चुनाव में आगे बढ़ाया है। हम शाम तक सरकार गठन और नेतृत्व पर फैसला लेंगे। विजयवर्गीय के रुख से लग रहा है कि बीजेपी राज्य में मुख्यमंत्री के नए चेहरे पर विचार कर सकती है। इस संबंध में पूछने पर विजयवर्गीय ने कहा कि चुनावी रुझान के हिसाब से नतीजे आते हैं तो बीजेपी नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाने के वादे को जरूर निभाएगी।