एफएनएन, मसूरी: वन प्रभाग कार्यालय में मसूरी के आसपास के भूस्खलन और डिग्री डेट एरिया के उपचार के लिए राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण नई दिल्ली द्वारा जारी निर्देश के क्रम में शासन, वन विभाग, लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग, भूगर्भ और नगर पालिका परिषद मसूरी द्वारा बैठक आयोजित की गई. बैठक में मसूरी के नगर पालिका और आसपास के क्षेत्र में डिग्री डेट एरिया में उपचार के लिए एरिया चिन्हित किए गए और कार्य योजना पर विचार किया गया.
बैठक में बताया गया कि मसूरी लंढौर बाजार में हुए भू धंसाव को लेकर एनजीटी द्वारा खुद संज्ञान लिया गया था. सभी संबंधित विभागों से भू धंसाव के कारणों का पता लगाकर रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिये गए थे. राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण की टीम ने मसराना, कफलानी, बाटा गाड, जबरखेत ,सिविल अस्पताल के निचले वाले इलाके, बाईपास रोड जेपी बैंड के पास और टिहरी बस अड्डे का निरीक्षण किया. टीम द्वारा संयुक्त रूप से रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जिसमें भू धंसाव की रोकथाम के लिये किये जाने वाले ट्रीटमेंट और पौधारोपण शामिल हैं.
मसूरी वन विभाग के रेंजर एसपी गैरोला ने बताया कि पिछले साल लंढौर बाजार के धंसने की खबर पर एनजीटी ने खुद संज्ञान लिया था और अंदेशा जताया था कि मसूरी में कहीं जोशीमठ वाली स्थित तो पैदा तो नहीं हो रही. जिसके बाद एनजीटी द्वारा संबंधित विभागों को मसूरी में भू धंसाव को लेकर चिन्हित जगहों का स्थलीय निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए थे, जिसके अनुपालन में टीम के सदस्यों द्वारा भू धंसाव क्षेत्रों कोा स्थलीय निरीक्षण किया गया. टीम इन क्षेत्रों की रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजेगी.