फ्रंट न्यूज नेटवर्क ब्यूरो, बरेली। महाराजा अग्रसेन महाविद्यालय में सिविल सेवा दिवस पर व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि सिविल सोसायटी बरेली के संयोजक राज नारायण गुप्ता, सामाजिक संस्था ‘सौगात’ की सचिव कु. करिश्मा, प्राचार्य डॉ. सौरभ अग्रवाल, अकादमिक अधिकारी डॉ. मीनाक्षी चन्द्रा, बी.एड. विभागाध्यक्ष डॉ. कमल किशोर मेहरोत्रा द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।

कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. मीनाक्षी चन्द्रा (अकादमिक अधिकारी) ने अपने स्वागत उद्बोधन में छात्र-छात्राओं को शिक्षा के क्षेत्र में निरन्तरता बनाये रखने को प्रेरित किया।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि राजनारायण ने प्राध्यापकों और छात्र-छात्राओं को सिविल सेवकोें के कार्यो की चुनौतियों के बारे में अवगत कराया। उन्होने एकाग्रता को सिविल सेवकों का सर्वप्रमुख गुण बताया। उन्होंने कहा कि समाज के जागरूक नागरिकों को प्रशासन को जनोपयोगी और भ्रष्टाचार निरोधक बनाने के लिए सवाल उठाते रहना चाहिए। समाज के सिविल सेवकों को समय-समय पर सम्मानित करते रहने की अपेक्षा भी की।

मुख्य अतिथि राजनारायण ने कहा- नागरिकों में इतनी जागरूकता और नैतिक शक्ति तो होनी ही चाहिए कि अगर कोई सिविल सेवक गलती कर रहा हो तो उसके खिलाफ निडर होकर बोल सके। मैकाले की गुलाम मानसिकता वाली विलायती शिक्षा पद्धति से छुटकारा पाने और भारतीय शिक्षा पद्धति, संस्कृति को अपनाने का भी आवाहन किया।

सिविल सोसायटी, बरेली के मंच से पिछले कुछ सालों से निरंतर किए जा रहे जनजागरण कार्यो और अपने खट्टे-मीठे अनुभवों को भी विद्यार्थियों से साझा किया। साथ ही महाराजा अग्रसेन महाविद्यालय में भी सिविल सोसायटी की छात्र विंग स्थापित कराने का आग्रह किया। इस बीच छात्रों ने उनसे अनेक प्रश्न भी पूछे।

कार्यक्रम का संचालन एवं अतिथियों का स्वागत डॉ. कमल किशोर मेहरोत्रा ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में संजय गुप्ता, डॉ. रंजना जायसवाल, नमिता गुप्ता, संचित कक्कड़, डॉ. शिवानी शर्मा, अजीत सिंह, डॉ. पूजा अग्रवाल, उपमा गुप्ता, प्रफुल्ल पाठक, शैलेष गुप्ता, हर्षित रस्तोगी, चन्द्र प्रकाश आदि उपस्थित रहे।