एफएनएन,रुद्रपुर : सरकार ने जवाहर नगर और सिरौली कला को नगर पंचायत में सम्मिलित कर लिया था जिसको लेकर जिला प्रशासन के पास पक्ष और विपक्ष में अनेक शिकायतें दर्ज कराई गई थी । जहां कुछ लोग इसे नगर पंचायत में शामिल करने पर सहमति जता रहे थे वहीं कुछ लोग इसे नगर पालिका में ही रहने की आवाज उठा रहे थे। इसको लेकर आज कलेक्ट्रेट परिसर में गहमागहमी रही ,और जिलाधिकारी रंजना राजगुरु की अध्यक्षता में दोनों ही पक्षों की सुनवाई की गई ।वहां एडीएम जगदीश कांडपाल व संबंधित विभागीय अधिकारी भी मौजूद थे। जवाहर नगर निवासी सुनील कुमार शुक्ला के नेतृत्व में तमाम लोगों ने डीएम के सामने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि जवाहर नगर को नगर पंचायत में सम्मिलित कर लिया गया है क्योंकि यह कॉलोनी विकसित है और हजारों की संख्या में लोग यह निवास करते हैं। ऐसे में विकास कार्यों के लिए बजट पर्याप्त नहीं हैं । जवाहर नगर को नगर का दर्जा देते हुए नगला पंचायत में सम्मिलित किया जाए ताकि क्षेत्र का पूरा विकास हो सके। इस दौरान राकेश वर्मा, प्रभात श्रीवास्तव ,निरंजन ,ओपी यादव, लक्ष्मण सिंह, संजय कुमार, जय भगवान शिव शंकर सिंह गुलाब यादव ,अरविंद, विनोद यादव ,ज्ञानचंद, मदन मोहन ,दिलीप ,नीतू, रमेश ,सुबोध, सीताराम, सौरभ गुप्ता आदि थे ।वही जवाहर नगर को नगर पंचायत में शामिल करने के विरोध में क्षेत्र के तमाम लोगों ने डीएम के समक्ष अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि राजनीतिक स्वार्थ के चलते जवाहर नगर को नगर पंचायत में शामिल किया जा रहा है ।
जबकि यह गांव स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का गांव हैं और नगर पंचायत में शामिल कर इसका नाम खत्म किया जा रहा है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस दौरान ग्राम प्रधान संघ अध्यक्ष दीपा कांडपाल ,दिग्विजय सिंह खाती ,विशन गढ़िया, अशोक कुमार, राजेंद्र कुमार, अनीता, कमला , लालकृष्ण, पुष्कर कोरंगा, संजय पटवाल, धीरज वर्मा, नंदन बिष्ट मौजूद थे ।वही सिरौली कला को नगर पंचायत के पक्ष में एक पक्ष डीएम से मिला। उन्होंने कहा कि गांव के विकास के लिए नगर पंचायत में शामिल होना क्षेत्रवासियों के लिए बेहतर है, क्योंकि नगरपालिका में क्षेत्र का समुचित विकास नहीं हो पा रहा ।केंद्र से मिलने वाला बजट सिरौली कला में खर्च नहीं हो पाता। ऐसे में सिरौली कला को नगर पंचायत में ही रहने दिया जाए ।इस दौरान सभासद तौसीफ हुसैन, नासिर हुसैन, जलीस सैफी ,आजाद खान, रफीक अहमद ,अनीस अहमद, इब्राहिम, शमशुल हसन, मोहम्मद शाहिद ,आसिफ, शमशाद शाह, यूनुस कुरैशी आदि थे ।उधर सिरौली कला के दूसरे पक्ष का कहना था कि गांव को नगर पंचायत में शामिल ना किया जाए क्योंकि गांव किच्छा नगर पालिका से सटा हुआ है और पालिका में रहकर गांव का संपूर्ण विकास होगा। इस दौरान सईदुर रहमान, अबरार अहमद, ए एन खान, ताहिर मलिक ,सलमान फिरदौसी, फैयाज उद्दीन, मलिक मोहम्मद ,अशरफ, राजदा बेगम, जियारत सलमानी ,अकरम आदि थे।