कस्बे के दोनों समुदायों के गणमान्य लोगों, समाजसेवियों और व्यापारियों ने भी पूरी अकीदत से हुजूर की मज़ार शरीफ पर पेश कीं चादरें
गणेश ‘पथिक’-ब्यूरो चीफ–एफएनएन ब्यूरो, फतेहगंज पश्चिमी-बरेली। हजरत शाह शराफत मियां और सकलैन मियां हुजूर के सालाना उर्स के मुबारक मौके पर जुमेरात को फतेहगंज पश्चिमी से शाहदाना बरेली स्थित उनकी दरगाह शरीफ तक सैकड़ों मुरीदों का लगभग 25 किमी लंबा पैदल परचम कुशाई जुलूस निकाला गया। दरगाह शरीफ पर पहुंचकर चादर पोशी की गई।
हर साल की तरह इस साल भी चांद की पहली तारीख पर जुमेरात को जुलूस-ए-रबीउल अव्वल की परचम कुसाई की अगुआई हजरत शाह सकलैन एकेडमी स्थानीय इकाई के सदर बाबू सकलैनी, मीरगंज तहसील सदर मो. युसुफ सकलैनी और कस्बे की कादरी मस्जिद के इमाम मोहम्मद रोमान उल कादरी साहब ने संयुक्त रूप से की। इस दीनी प्रोग्राम में कस्बा फतेहगंज पश्चिमी और कुरतरा, अगरास, सोहरा, ठिरिया खेतल,रसूला आदि इलाके के मुस्लिम बाहुल्य गांवों के सैकड़ों अहले इस्लाम सुबह 9 बजे फतेहगंज पश्चिमी चौकी के पास इकट्ठे हुए। उसके बाद सभी लोग पैदल चलकर लगभग दोपहर 2 बजे बरेली पहुंचे।
सबने हजरत शाह शराफत मियां और सकलैन मियां की मजार पर चादर पेश की। मोहम्मद शरीफ सकलैनी, मोहम्मद तालिब सकलैनी, मोहम्मद आरिफ सकलैनी, मोहम्मद इलियास सकलैनी, वाजिद सकलैनी, मोहम्मद इकबाल सकलैनी, रिजवान सकलैनी समेत सैकड़ों लोग जुलूस में शामिल रहे। शाह शराफत मियां और सकलैन मियां के उर्स के मुबारक मौके पर फतेहगंज पश्चिमी नगर पंचायत चेयरमैन पति मोहम्मद शाहिद उर्फ कल्लू भाई, चेयरमैन प्रतिनिधि हारून चौधरी, वरिष्ठ कपड़ा व्यापारी ताहिर राजा नूरी, नदीम अंसारी, अकरम खान और कस्बे के प्रमुख समाजसेवियों, गणमान्य लोगों ने भी पूरी अकीदत से दरगाह शरीफ पर अपनी-अपनी चादरें पेश कीं और उर्से पाक में भी शरीक़ हुए।