- पिता का साया सिर से उठा तो रश्मि ने उठा लिया जिम्मेदारियों का बोझ
- आत्मनिर्भर भारत अभियान से प्रेरित होकर शुरू किया हैंड मेड क्राफ्ट
सर्वेश तिवारी, हल्द्वानी: लॉक डाउन ने न सिर्फ जीने का सलीका बदला बल्कि सोच भी बदल दी। बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हुए तो तमाम लोगों को मोदी के आत्मनिर्भर भारत ने जीने का मंत्र भी दे दिया। ऐसी ही एक कहानी है हल्द्वानी के तीन पानी मे रहने वाली रश्मि की। रश्मि आगरी के सिर से पिता का साया उठ चुका है। पिता के जाने का गम और पिता के न होने पर घर की आर्थिकी को संभालना एक बड़ा काम था। ऐसे में रश्मि ने एक साल पूर्व हैंडमेड क्राफ्ट बिजनेस की शुरुआत की और इस बिजनेस का नाम रखा क्राफिटि। अब रश्मि के सामने सबसे बड़ी विपदा ये थी कि इस बिजनेस को खड़ा किया कैसे जाए। ऐसे में उन्होंने सोशल मीडिया का सहारा लिया। हालांकि ये बिजनेस शुरू करना उनके लिए कतई आसान नही था। इसकी वजह थी उनके घर की आर्थिकी और इसे सँवारने के लिए नौकरी करने के बजाय इस बिल्कुल नया काम नई चुनौती थी। इस चुनौती में रश्मि कर घर वालों ने भी उनका साथ दिया। अब रश्मि इस लोकल बिजनेस को पूरे देश तक पहुँचाने की चाह रखती हैं।
फेसबुक और इंस्टाग्राम बना सहारा
रश्मि का कहना है “आजकल जहाँ हर कोई सरकारी नौकरी के पीछे भाग रहा है वहाँ इस अलग रास्ते को चुनना मेरे लिए एक बहुत बड़ा निर्णय था। मैं खुशनसीब हूँ कि मेरा परिवार इस रास्ते में मेरे साथ है। अपने इस हैडमेड क्राफ्ट के बिजनेस की शुरुआत रश्मि ने फेसबुक और इंस्टाग्राम में क्राफिटी सी एन सी नाम के पेज से की थी। जिस पर हैंडमेड कार्ड, लकड़ी पर पोर्टरेट पेंटिंग, क्विलींग के फ्रेम , क्विलींग से बनीं राखियाँ इत्यादि को बनाने का काम वह कर रहीं है। हाल ही मे उन्होंने अपनी कला का प्रदर्शन यूट्यूब मे भी करना शुरू कर दिया है। अगर आप सब भी हैंडमैड चीजों के शौकीन हैं तो जरूर ऑर्डर करे। आप वाह्टस_एप (8941933671 ) पर अपना आॅर्डर दे सकते हैं। उत्तराखंड की इस उभरती कलाकार को जरूर मौका दें।