एफएनएन, देहरादून: श्रीकृष्ण जन्मोत्सव देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी हर वर्ष बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। कृष्ण जन्माष्टमी हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। भगवान श्रीकृष्ण का जन्म रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। इस बार कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति देखने को मिल रही है कि जन्माष्टमी किस दिन और किस शुभ मुहूर्त में मनाई जाएगी।
जन्माष्टमी पूजन का सही समय
जन्माष्टमी पूजन के लिए आपको 43 मिनट का समय मिलेगा। 12 अगस्त की रात 12 बजकर 05 मिनट से 12 बजकर 48 मिनट तक श्रीकृष्ण जन्म की पूजा कर सकते हैं। इस वर्ष मथुरा और द्वारिका में जन्माष्टमी 12 अगस्त के दिन ही मनाई जाएगी। गृहस्थ आश्रम के लोगों के लिए 11 अगस्त को जन्माष्टमी का व्रत करना और पूजा पाठ करना सही रहेगा, क्योंकि अष्टमी की शुरूआत इसी दिन हो रही है। वहीं 12 अगस्त को वैष्णव समाज वाले लोग यानी वैष्णव से लेकर साधु संत लोग व्रत रखेंगे।
शुभ मुहूर्त और समय
श्री कृष्ण जन्माष्टमी- 12 अगस्त, बुधवार
निशीथ पूजा मुहूर्त- रात्रि 12ः04ः31 से रात्रि 24ः04ः38 तक
जन्माष्टमी पारायण मुहूर्त
सुबह 05ः48ः49 के बाद 13 अगस्त।