एफएनएन, हाथरस: एक तरफ पूरा देश हाथरस की बेटी को न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ रहा है। दूसरी तरफ, बूलगढ़ी गांव के प्रकरण में जेल भेजे गए आरोपितों के पक्ष में अब दूसरा पक्ष लामबंद हो गया हैं। पड़ोस के गांव बघना में सवर्ण समाज के लोग एकजुट हैं। यह सभी स्वर में चारों आरोपितों को निर्दोष बता रहे हैं। ऊंची जाति का समाज आरोपियों के पक्ष में आ गया है। जिसके कारण हाथरस जिला तथा पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए हैं।
निष्पक्ष रूप से होनी चाहिए जांच
शुक्रवार को सामूहिक बलात्कार पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद, उच्च जाति के लोग आरोपी परिवार को न्याय दिलाने के लिए धरने पर बैठ गए। उन लोगों ने मांग की है कि इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए। धरने पर बैठे लोगों का यह भी कहना है कि एसआईटी जांच निष्पक्ष रूप से होनी चाहिए और अगर हमारे बच्चे दोषी हैं तो उन्हें सजा मिलनी ही चाहिए। सावरना समाज के लोगों द्वारा आयोजित पंचायत में यह भी कहा गया कि कुछ राजनीतिक दल इस मामले में अपने स्वार्थ के लिए पैसा दे रहे हैं। सच्चाई सामने आनी चाहिए। पंचायत में यह भी कहा गया कि अगर लड़की की मां और भाई से पूछताछ की जाए तो सच्चाई सामने आ जाएगी। जैसा कि उसने बच्चों पर आरोप लगाया है, वह पानी पी रहा था और इसके बजाय वे उन्हें दोषी ठहरा रहे हैं। पुलिस मामले में जांच को सही नहीं बता रही है। इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए।