एफएनएन, हरिद्वार : हरिद्वार में वैशाखी पर्व पर लाखों श्रद्धालुओं ने हरकी पैड़ी समेत अन्य गंगा घाटों पर पुण्य की डुबकी लगाई। कोरोना काल के करीब ढाई वर्ष बाद वैशाखी पर श्रद्धालुओं की भीड़ स्नान के लिए उमड़ी है। सुबह चार बजे से ही स्नान का क्रम शुरू हो गया था। स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने दान-पुण्य किया।
कोरोनाकाल के करीब ढाई वर्ष बाद धर्मनगरी हरिद्वार में इस बार वैशाखी पर्व पर गंगा स्नान को श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी है। हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड के अलावा अन्य गंगा घाट पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की गंगा स्नान करने के लिए भीड़ उमड़ी। वहीं, गंगा स्नान के लिए पुलिस-प्रशासन की ओर से पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं।
बिना कोरोना प्रतिबंधों के हो रहे गंगा स्नान में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के जुटने की संभावना है। जिसके मद्देनजर मेला क्षेत्र को 15 जोन और 38 सेक्टरों में बांटा गया है। मान्यता है कि यह त्योहार नववर्ष की शुरुआत है। इसे स्नान, भोग लगाकर और पूजा करके मनाते हैं। मान्यता है कि हजारों साल पहले देवी गंगा इसी दिन धरती पर उतरी थीं। उन्हीं के सम्मान में धर्मावलंबी पारंपरिक पवित्र स्नान के लिए गंगा किनारे एकत्र होते हैं तथा इस पर्व को मनाते है। श्रद्धालुओं का मानना है कि आज के दिन गंगा स्नान के साथ दान पुण्य करना से उनकी मनोकामना पूरी होती हैं और परिवार में सुख शांति प्राप्ति होती है।
- गंगा स्नान को पहुंचे श्रद्धालु
वैशाखी पर धर्मनगरी हरिद्वार में श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया। साथ ही पूजा-अर्चना व दान कर पूण्य अर्जित किया। बुधवार को वैशाखी स्नान के लिए सुबह से ही श्रद्धालु हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पहुंचने लगे थे। साथ ही हर हर गंगे जय मां गंगे के जयघोष के साथ स्नान का क्रम शुरू हो गया था। दिन चढ़ने के साथ श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई। गंगा स्नान का क्रम देर शाम तक चलता रहा। श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान के बाद दान पुण्य भी किया। इस कारण मंदिरों में काफी भीड़ रही। वहीं हरकी पैड़ी अपर रोड और मोती बाजार में खासी भीड़ नजर आई।