पुलिस ने बीजेपी नेता सहित 14 पर किया मामला दर्ज

रामस्वरूप के परिवार में उसकी पत्नी विनोद बाई नागर, बेटी तनीषा नागर के साथ उनके भाई राजेंद्र नागर और भतीजी कृष्णा नागर भी घायल हुए थे. जिनका इलाज किया गया है. परिजनों के बयान के आधार पर पुलिस ने महेंद्र नागर, जितेंद्र नागर, कन्हैयालाल, लोकेश, नवीन समेत 13 नामजद और एक अज्ञात के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है. वहीं किसान पर जिस व्यक्ति हुकुम सिंह ने थार चढ़ाई थे, उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस की अलग-अलग टीम बाकी आरोपियों की तलाश कर रही है.
इस घटना में शामिल महेंद्र नागर गणेशपुरा बूथ का अध्यक्ष है. जो कि पूर्व पंचायत मंत्री रहे महेंद्र सिंह सिसोदिया का करीबी भी बताया जाता है. यह घटना सामने आने के बाद बीजेपी जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र सिकरवार ने महेंद्र नागर को पार्टी से निष्कासित कर दिया है. महेंद्र नागर इससे पहले सरपंच भी रहा था. महेंद्र का घर रामस्वरूप के पड़ोस में ही था. वह अन्य आरोपियों के साथ फिलहाल फरार है.
विवाद का मुख्य कारण 6 बीघा जमीन
बताया जा रहा है कि रामस्वरूप नागर के परिवार में 22 बीघा जमीन है. जिस पर खेती करके वह अपने परिवार का पालन-पोषण करता था. उसकी तीन बेटियां और एक छोटा बेटा है. राजस्थान के बारां में आने वाले पचलावड़ा ग्राम में रामस्वरूप के मामा पप्पू नागर रहते हैं. उनकी 6 बीघा जमीन है. कुछ समय पहले महेंद्र ने इस जमीन का गिरवीनामा लिखवाया था. रामस्वरूप के मामा ने बताया था कि 70 हजार रुपए में गिरवीनामा हुआ है, लेकिन महेंद्र नागर ने उन्हें केवल 22 हजार रुपए ही दिए थे.
पैसों को लेकर विवाद बढ़ने लगा था. जिसके बाद रामस्वरूप ने कहा था कि मामा को जितने पैसे दिए थे, उससे दोगुने पैसे वापस ले लो, लेकिन गिरवीनामा रद्द कर दो. इसके बाद इस मामले में पिछले दिनों नाहरगढ़ थाने में समझौता भी हुआ था, लेकिन बाद में आरोपी पक्ष बदल गया और जमीन को लेकर विवाद करने लगा.
बेटी ने कहा-पापा पर चढ़ा दी थार
वहीं रामस्वरूप की बेटी ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि “आरोपियों ने पापा को थार से कुचल दिया. हमारे कपड़े भी फाड़े. भतीजी ने कहा मैं, चाचा और चाची पैदल खेत पर जा रहे थे. अचानक वो लोग आ गए और उन्होंने चाचा को पूरी तरह से घर लिया फिर उनके साथ मारपीट करने लगे. आवाज सुनकर मेरी बहन बचाने गई तो उसकी छाती पर बैठ गए और बंदूक चलाई और उसके कपड़े फाड़ दिए. मैं बचाने पहुंची तो मेरे भी कपड़े फाड़ दिए. मारपीट की चाचा के ऊपर थार चढ़ा दी.”
सीएम और दिग्विजय सिंह ने की निंदा
राज्यसभा सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मामले की निंदा की है. उन्होंने कहा “आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए. राज्यसभा सांसद ने कहा मैं और जयवर्धन सिंह बुधवार को पीड़ित परिवार से मिलने जाएंगे.” इसके साथ ही सीएम मोहन यादव ने भी घटना पर दुख जताया. उन्होंने सोशल मीडिया X पर पोस्ट कर लिखा “गुना के फतेहगढ़ थाना क्षेत्र में आपसी विवाद में एक व्यक्ति की दुखद मृत्यु होने की घटना संज्ञान में आई है. मैं परिजनों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करता हूं.
मैंने इस प्रकरण में पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. 14 आरोपियों के खिलाफ प्रकरण भी दर्ज किया गया है. पुलिस ने एक आरोपी को राउंडअप किया है. इस मामले में पूरी गंभीरता से जांच की जा रही है. किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.”
एसपी ने कहा गिरफ्त में मुख्य आरोपी
एसपी अंकित सोनी ने कहा कि “दो पक्षों के बीच में विवाद हुआ था. जिसमें रामस्वरूप नागर की मौत हो गई थी. इसमें पुलिस ने विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है. एक मुख्य हुकुम सिंह को पकड़ लिया गया है, जबकि बचे हुए आरोपियों की तलाश की जा रही है.”