एफएनएन ब्यूरो, बरेली। नगर निगम ने संपत्ति कर वसूली में अपेक्षा से कम प्रगति के बाद सख्त रुख अपनाते हुए बुधवार को खादी ग्रामोद्योग प्रबंधक सहित आठ प्रमुख बकायेदारों के घरों पर कुर्की नोटिस चस्पा कर दिए हैं। इन सभी को एक सप्ताह के भीतर बकाया जमा नहीं कराने पर नगर निगम अधिनियम की धारा 505, 506 और 507 के तहत कुर्की की कार्रवाई की चेतावनी दी है। नगर निगम की इस कार्रवाई से बकायेदारों में हड़कंप मचा हुआ है।
लक्ष्य 129 करोड़, वसूली सिर्फ 36 करोड़ की
शासन ने चालू वित्त वर्ष के लिए नगर निगम को 129 करोड़ रुपये संपत्ति कर वसूली का लक्ष्य दिया है, लेकिन अब तक केवल 36 करोड़ रुपये ही वसूले जा सके हैं। इस पर मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल ने नाराजगी जताते हुए सख्ती के निर्देश दिए थे। बुधवार को महापौर डॉ. उमेश गौतम की अध्यक्षता में हुई कार्यकारिणी समिति की बैठक में भी वसूली अभियान को तेज करने पर जोर दिया गया।
इन बड़े बकाएदारों पर लटकी कुर्की की तलवार
मुख्य कर निर्धारण अधिकारी प्रदीप कुमार मिश्र की अगुवाई में नगर निगम की टीम ने विभिन्न क्षेत्रों में कुर्की नोटिस चस्पा किए। प्रमुख बकायेदार और उनकी देनदारी इस प्रकार है:
खादी ग्रामोद्योग प्रबंधक (राजेंद्रनगर) – ₹1.97 लाख
जय जयराम (इंद्रानगर) – ₹4.40 लाख
गंगाराम – ₹1.91 लाख
मंजीत कौर (राजेंद्रनगर) – ₹2.81 लाख
सोमनाथ – ₹1.44 लाख
गिरीश कुमार – ₹99,990
ब्रज विलास पैलेस – ₹3.23 लाख
जगन्नाथ खट्टर – ₹3.48 लाख
कड़ी कार्रवाई की वार्निंग
प्रदीप कुमार मिश्र ने बताया कि बकायेदारों को कुर्की से बचने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है। यदि निर्धारित समय में राशि जमा नहीं की गई, तो संपत्तियों को कुर्क कर बकाया वसूला जाएगा।
नगर आयुक्त ने भी दिए सख्ती के संकेत
नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य ने कहा, “संपत्ति कर से होने वाली आय शहर के विकास में अहम भूमिका निभाती है। बार-बार नोटिस के बावजूद भुगतान न करने वालों के खिलाफ अब सख्ती बढ़ाई जा रही है। आगामी दिनों में कुर्की अभियान और तेज होगा।”