- 20 साल पुराने दुष्कर्म, हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा था अस्थमा, हृदय रोगी शांति प्रसाद
को सीएचसी भिजवाया गया। लेकिन वहां जांच के दौरान डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव का पंचनामा भरवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
जानकारी के अनुसार बाजपुर के ग्राम रजपुरा निवासी 70 साल का
कैदी शांति प्रसाद पुत्र हंसराज सितारगंज खुली जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। करीब 20साल पहले दुष्कर्म व हत्या के मामले में अदालत ने उसे उम्र कैद की सजा सुनाई थी। पांच साल पहले उसे हरिद्वार से सितारगंज स्थित खुली जेल में लाया गया था। शांति प्रसाद अस्थमा और हृदयरोग से पीड़ित था।
शनिवार सुबह कैदी शांति प्रसाद की हालत अचानक काफी बिगड़ गई। जेल प्रशासन ने तत्काल उपचार के लिए उसे शहर स्थित सीएचसी सेंटर पहुंचाया लेकिन जांच के दौरान डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं परिजनों के अस्पताल पहुंचने पर पुलिस ने तहसीलदार परमेश्वरी लाल के समक्ष शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए खटीमा भेज दिया है।