एफएनएन, नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के लिए चल रहे प्रचार के बीच कांग्रेस में इस्तीफों के घटनाक्रम से आम आदमी पार्टी भी तनाव में है। इसे लेकर आप सतर्क हो गई है। आप अपने नेताओं और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को किसी भी परिस्थिति में एकजुट रहने का संदेश दे रही है। साथ ही नजर भी रख रही है।
बता दें कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद से अरविंदर सिंह लवली के बाद दो अन्य पूर्व विधायकों ने इस्तीफा दिया है। इसके अलावा अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी पद छोड़ दिया है। कहा जा रहा है कि अभी कुछ और नेता अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं। ये ऐसी बाते हैं जो आप का ध्यान खींचती हैं। हालांकि सीधे तौर पर देखा जाए तो आप का इस मामले से कोई लेना देना नहीं है। कांग्रेस में इस्तीफों को वह उनका अंदरूनी मामला बता चुकी है।
दिल्ली में आप-कांग्रेस सहयोगी दल
मगर आम आदमी पार्टी आईएनडीआइ गठबंधन का प्रमुख हिस्सा है और उसी के बैनर तले दिल्ली में कांग्रेस के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है। यह बहुत स्वाभाविक है कि जब गठबंधन के किसी दल में किसी तरह की कुछ हलचल हाेती है ताे उसका असर सामने वाले उसके सहयाेगी दल पर भी पड़ता है। यहां तो सहयोगी दल का प्रदेश अध्यक्ष ही आप को लेकर बयान देकर इस्तीफा दे गया है।
इस्तीफा की घटना किसी की साजिश: AAP
आप के लिए चिंता का कारण यह भी है कांग्रेस जैसा घटनाक्रम कुछ समय पहले आप में भी हो चुका है, जब 21 मार्च को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के कुछ दिन बाद ही समाज कल्याण मंत्री राजकुमार आनंद ने कैबिनेट मंत्री, विधायक और पार्टी के इस्तीफा दे दिया था। आप उस घटनाक्रम को भी अब किसी साजिश का हिस्सा मान रही है।
आप के एक वरिष्ठ नेता कहते हैं कि शुरू में हमें लग रहा था कि आनंद ने ईडी के डर से इस्तीफा दिया है क्योंकि एक पुराने मामले में ईडी नोटिस देकर लगातार उन्हें फंसा देने की बात कर कर डरा रही थी, मगर इस्तीफे के बाद जब उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर हमला बोला तो यह बात साफ हो गई कि इसके पीछे कोई और काम कर रहा था।
जीत नहीं पाते तो जोड़-तोड़ करते हैं: AAP
वह कहते हैं कि देश में डर का माहाैल तैयार किया जा रहा है, जो कोई नहीं झुके तो उसे जेल में डाल दो। वह कहते हैं कि अब कोई आकर आप में खुराफात कर सकेगा यह आसान नहीं है मगर हम सतर्क हैं, क्योंकि कुछ लोग जब जीत नहीं पाते तो जोड़तोड़ में लगे रहते हैं।
यहां बता दें कि ताजे घटनाक्रम को अलग कर दिया जाए तो आप भाजपा पर सीधे ताैर पर विधायकों को तोड़ने का प्रयास लगा चुकी है। पार्टी के नेताओं ने यहां तक बयान दिए हैं कि भाजपा ने उनके विधायकोें काे खरीदने के लिए 25-25 कराेड़ का ऑफर दिया है।
यह मामला एक बाद इतना तूल पकड़ चुका है कि भाजपा की शिकायत तक दिल्ली पुलिस मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कैबिनेट मंत्री आतिशी को नोटिस देने पहुंच गई थी। हालांकि बाद में मामला शांत हो गया था। मगर यह भी खूब कहा जाता है कि राजनीति में कुछ संभव है।