Saturday, December 20, 2025
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एक मोबाइल एप के जरिए प्रदेश के 54 लाख लोगों की राशन डीलर की दुकान तक की दौड़ खत्म

एफएनएन, रुड़की : एक मोबाइल एप के जरिए प्रदेश के 54 लाख लोगों की राशन डीलर की दुकान तक की दौड़ खत्म हो जाएगी। खाद्य आपूर्ति विभाग के लिए एनआईसी देहरादून की ओर से तैयार किए गए एक एप से घर बैठे ही लाखों लोग अपनी ई-केवाईसी कर सकेंगे। वहीं राशन डीलरों और विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों का काम भी आसान हो जाएगा। एक-दो दिन में एप लांच करने की तैयारी है।

बता दें कि देश-भर में फर्जी राशन कार्डों के जरिए जरूरतमंद लोगों के राशन को डकारने वाले लोगों की पहचान के लिए ई-केवाईसी के जरिए सत्यापन कराया जा रहा है। उत्तराखंड प्रदेश में आगामी 15 दिसंबर तक सभी राशन कार्डधारकों के लिए अंतिम तिथि निर्धारित कर दी गई है, लेकिन अभी तक प्रदेश के 13 जिलों में 95 लाख 16 हजार 705 लोगों में से 41 लाख 9 हजार 711 लोगों ने ही ई-केवाईसी कराया है। ऐसे में 54 लाख 6 हजार 994 लोग इस प्रक्रिया को पूरा नहीं कर सके हैं।

इसमें सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि सभी लोगों को उनके राशन डीलर के पास रखी ई-पॉस मशीन से ही ई-केवाईसी कराने की बाध्यता है। ऐसे में लाखों लोगों के सामने अपने कामकाज छोड़कर राशन डीलर के यहां लंबी लाइन में लगने की मजबूरी थी। लेकिन अब एक-दो दिन में ही शासन की ओर से मोबाइल एप लांच कर दिया जाएगा। इससे राशन डीलरों और विभागीय अधिकारी कर्मचारियों का काम भी आसान हो जाएगा। इससे खासतौर पर वृद्ध, बीमार और दिव्यांगजनों को राहत मिलेगी जिनके लिए राशन की दुकानों तक पहुंचना संभव नहीं हो पा रहा था। संवाद

अंगूठे की जगह आइरिस स्कैन से होगी पहचान
एप में राशन कार्डधारक से जुड़ी सभी जानकारी एक क्लिक में मिलेगी। मसलन, साल भर में कितना राशन लिया, कितना बाकी है, परिवार में कितने यूनिट है आदि सभी जानकारियां होंगी। अभी तक बायोमीट्रिक तकनीक से सत्यापन हो रहा था लेकिन एप पर अंगूठे- अंगुलियों की जगह आंखों की पुतली (आइरिस) के स्कैन करने से ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी होगी।

ई-केवाईसी के लिए एप लगभग तैयार कर लिया गया है, एक-दो दिन में लांच करने की तैयारी है। इससे अब लोगों को राशन डीलर की दुकानों पर जाने की जरूरत नहीं होगी, घर बैठे ही लोग अपनी ई-केवाईसी कर सकेंगे। इससे विभागीय कर्मचारियों को भी भारी सहूलियत होगी। – पीएस पांगती, अपर आयुक्त खाद्य आपूर्ति विभाग देहरादून

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