
एफएनएन, लखनऊ : औरंगाबाद रायबरेली रोड के पते पर कारोबारी प्रिंस ने मूर्ति इंटरप्राजेज के नाम फर्जी कंपनी खोली। इसके माध्यम से तीन माह में 12 करोड़ रुपये का कारोबार दिखाया। फर्जीवाड़ा कर जीएसटी का आवेदन किया। इसके जरिये 5,75,95,200 कर की हेराफेरी की। जांच में खुलासा होने के बाद उपायुक्त राज्यकर सुमन चौरसिया ने बिजनौर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
उपायुक्त राज्यकर सुमन चौरसिया के मुताबिक औरंगाबाद रायबरेली रोड के पते पर मूर्ति इंटरप्राजेज के नाम से एक फर्म का पंजीकरण हुआ। कमिश्नर राज्यकर मुख्यालय से 2 जुलाई को इस फर्म के बारे में जांच करने का आदेश हुआ। जांच के दौरान सामने आया कि जो पता दर्ज है, उस पर इस नाम की कोई फर्म ही नहीं है। जब रिकार्ड खंगाले गये तो फर्म जून तक के अपने जीएसटीआर में कई फर्म को आपूर्ति दिखाते हुए फर्जी दस्तावेज से आईटीसी पास ऑन की।
रिकार्ड के अनुसार पंजाब के फतेहगढ़ साहिब मंडी गोविंदगढ़ स्थित एसके ट्रेडर्स के नाम की कंपनी को अप्रैल में 77,41,449, 13,93,460 रुपये मई 6,13,98,165, 1,10,51,669 रुपये का कारोबार दिखाया। इसके अलावा जीएस ट्रेडर्स से मई में 81,63,298, और 14,69,393 रुपये और जून में 3,85,41,412 व 69,37,454 रुपये का कारोबार किया। इस कारोबार पर फर्म ने करीब 5,75,95,200 रुपये की कर चोरी की है। इंस्पेक्टर बिजनौर के मुताबिक उपायुक्त राज्यकर सुमन चौरसिया की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।

