एफएनएन, बरेली : नगर निगम से बिना क्यूआर कोड के बने जन्म प्रमाण को लेकर लोग परेशान हैं। आधार कार्ड, राशन कार्ड और पासपोर्ट बनवाते समय क्यूआर कोड युक्त जन्म प्रमाण पत्र ही मान्य हो रहा है। इस वजह से लोगों को फिर से प्रमाण पत्र बनवाने के लिए नगर निगम का चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। नगर निगम बरेली से जारी ऐसे जन्म प्रमाण पत्रों की संख्या 12 हजार से अधिक बताई जा रही है।
नगर निगम से जारी होने वाले जन्म प्रमाण पत्र नवंबर 2020 से क्यूआर कोड की व्यवस्था लागू हुई है, जबकि नगर निगम बरेली में ऑनलाइन जन्म प्रमाण पत्र 2016 से बन रहे हैं। करीब चार साल के बीच बने करीब 12 हजार जन्म प्रमाण पत्र पर क्यूआर कोड़ नहीं है। जिन लोगों ने इस बीच प्रमाण पत्र बनवाए हैं, अब वह इस्तेमाल में नहीं आ रहे हैं। बिना क्यूआर कोड वाले प्रमाण मान्य नहीं हो रहे हैं। जब लोग पासपोर्ट, आधार कार्ड, राशन कार्ड समेत स्कूलों में प्रवेश के लिए जा रहे हैं तो उनके सामने मुश्किलें खड़ी हो जा रही है। इस वजह से ऐसे लोगों को फिर से आवेदन करना पड़ रहा है। इसके कारण पुराने प्रमाण पत्र की जगह नया जारी कराने वालों की संख्या प्रतिदिन 10 से 15 हो गई है। ऐसे लोगों को 20 से 25 दिनों तक प्रमाण पत्र पाने के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।
काफी समय तक करना पड़ रहा है इंतजार
अगर बच्चे के जन्म के 21 दिन के भीतर आवेदन किया जाता है तो उसका जन्म प्रमाण पत्र नगर निगम से आसानी से निर्गत हो जा रहा है। इस अवधि के बाद आवेदन जमा करने पर मजिस्ट्रेट कार्यालय से आदेश कराने के बाद ही जन्म प्रमाण पत्र जारी होता है। इस नियम के कारण लोगों को काफी समय लग जा रहा है।
नगर निगम से क्यूआर कोड वाले जन्म प्रमाण पत्र जारी होते हैं। अगर किसी को दिक्कत आ रही है तो वह क्यूआर कोड वाला जन्म प्रमाण पत्र बनवा सकता है।
संजीव कुमार मौर्य, नगर आयुक्त