Monday, September 1, 2025
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पहलगाम हमले के बाद बडगाम में ताहिर अहमद और शब्बीर अहमद गनई नाम के आतंकवादियों के दो मददगारों को पकड़ा

एफएनएन,जम्मू: पहगाम आतंकी हमले के बाद से पूरी कश्मीर घाटी में 63 आतंकी ठिकानों पर छापे मारे गए और 1,500 से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। अकेले अनंतनाग से ही करीब 175 संदिग्ध पकड़े हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने श्रीनगर समेत कई अन्य जगहों पर भी आतंकियों व उनके समर्थकों के ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापे मारकर संदिग्धों को हिरासत में लिया है।

पुलिस बडगाम ने सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत आतंकवादियों के दो मददगारों को पकड़ा है। जिनके नाम ताहिर अहमद और शब्बीर अहमद गनई हैं। खुफिया जानकारी के बाद इन दोनों को पकड़ा गया है, जिससे पता चला कि दोनों इस क्षेत्र में सक्रिय आतंकवादी संगठनों को सहायता प्रदान करने में शामिल थे।

हिरासत में लिए गए शख्स आतंकवादी गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने में सहायक थे, जिसमें आवाजाही, आश्रय, रसद सहायता, और राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में उनकी निरंतर भागीदारी, स्थानीय युवाओं को प्रतिबंधित (आतंकवादी) संगठनों में शामिल होने के लिए प्रेरित करने में भूमिका शामिल है। उनकी हिरासत जिले में आतंकवादी समर्थन नेटवर्क को खत्म करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
आतंकियों के घर मिट्टी में मिलाए
रविवार सुबह बांदीपोरा की नाज कॉलोनी में आतंकी जमील अहमद शीर गोजरी पुत्र अब्दुल अहद शीर गोजरी के दो मंजिला मकान को सुरक्षा बलों ने ध्वस्त कर दिया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जमील 2016 से सक्रिय है। उधर, वंडिना, जैनापोरा निवासी आतंकी अदनान शफी का भी घर ध्वस्त कर दिया गया है। वह एक साल पहले आतंकवादी संगठन में शामिल हुआ था।

इससे पहले, सुरक्षाबलों ने दहशतगर्द संगठन लश्कर-ए-ताइबा के शीर्ष कमांडर शाहिद अहमद कुट्टे समेत पांच और आतंकियों के घर ध्वस्त कर दिए। दो दिन में सात आतंकियों व उनके मददगारों के घर जमींदोज हो चुके हैं। उधर, एनआईए की एक टीम पहले से पहलगाम में मौजूद है। अब एजेंसी स्थानीय पुलिस से केस डायरी और एफआईआर लेकर औपचारिक मुकदमा दर्ज करेगी।

पूरी कश्मीर घाटी में 63 आतंकी ठिकानों पर छापेमारी

हमले के बाद से पूरी कश्मीर घाटी में 63 आतंकी ठिकानों पर छापे मारे गए और 1,500 से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। अकेले अनंतनाग से ही करीब 175 संदिग्ध पकड़े हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने श्रीनगर समेत कई अन्य जगहों पर भी आतंकियों व उनके समर्थकों के ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापे मारकर संदिग्धों को हिरासत में लिया है। इस बीच, जम्मू-कश्मीर में सक्रिय 14 स्थानीय आतंकियों की सूची जारी की गई है। ये आतंकी पाकिस्तानी दहशतगर्दों को रसद व जमीनी सहायता के अलावा सुरक्षित पनाह भी मुहैया कराते हैं। इनमें तीन हिजबुल मुजाहिदीन, आठ लश्कर और तीन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े हैं।
कुपवाड़ा में पांच एके-47 राइफल के साथ गोलियों का जखीरा बरामद
आतंकियों ने बड़ी तैयारी के साथ घुसपैठ की है। कुपवाड़ा के मच्छिल सेक्टर में आतंकी ठिकाने से शनिवार को बरामद हुईं पांच एके-47 राइफलों, पिस्तौल और एके-47 व अमेरिकी एम-4 कार्बाइन असॉल्ट राइफल की गोलियों के जखीरे इसकी पुष्टि करते हैं। पिछले महीने कठुआ जिले के सुफैन में मुठभेड़ के दौरान घंटों हुई गोलीबारी ने यह संकेत दे दिया था कि घुसपैठ करने वाले आतंकियों के पास बड़े पैमाने पर हथियार और गोला बारूद है।

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि उत्तरी कश्मीर के सीमांत जिले कुपवाड़ा में आतंकवादियों के नापाक मंसूबों पर पानी फेरते हुए सुरक्षाबलों ने एक संयुक्त कार्रवाई में आतंकवादियों के एक ठिकाने का भंडाफोड़ किया। उन्होंने बताया कि पुख्ता सूचना पर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) और सेना की 12 सिखली इकाई ने मच्छिल सेक्टर में समशा बेहक वन क्षेत्र में तलाशी अभियान शुरू किया। सेडोरी नाले के आतंकवादी ठिकाने का पता चला। यहां से हुई हथियारों की बरामदगी सुरक्षाबलों के लिए महत्वपूर्ण सफलता है।

अमेरिकी कार्बाइन एम-4 की गोलियां बरामद…आतंकियों के समूह में स्नाइपर भी हैं
पांच एके-47 राइफलें, एके-47 राइफल की आठ मैगजीन, एक पिस्तौल, पिस्तौल की एक मैगजीन, एके-47 के 660 गोलियां, पिस्तौल की गोलियां और एम4 कार्बाइन असॉल्ट राइफल की 50 गोलियां बरामद हुईं। सुफैन के बाद किश्तवाड़ में हुई मुठभेड़ में साफ हुआ था कि आतंकी अमेरिकी एम-4 असॉल्ट राइफल का स्नाइपर हमले के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। इन राइफलों पर स्नाइपर हमले में इस्तेमाल होने वाले उपकरण लगे पाए गए थे। नई बरामदगी से साफ है कि आतंकियों की हर टोली में स्नाइपर शामिल हैं।

छन्न अरोड़ियां में दिखे चार संदिग्ध, सुरक्षाबलों ने चलाया तलाशी अभियान

हीरानगर के राजबाग थाना के अंतर्गत पड़ते छन्न अरोड़ियां में खेतों में गेहूं की फसल की कटाई कर रही महिला के चार संदिग्ध देखे जाने के बाद सुरक्षाबलों की ओर से इलाके में व्यापक तलाशी अभियान चलाया गया। शनिवार दोपहर करीब पौने दो बजे शुरू हुआ तलाशी अभियान देर रात तक जारी रहा।

इस दौरान पुलिस, एसओजी, सीआरपीएफ और सेना इलाके का चप्पा चप्पा छान रही है। तलाशी अभियान के दौरान सेना की ओर से पैदल जंगलों की छानबीन के साथ-साथ हवाई निगरानी के लिए कई ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। सुरक्षाबलों ने छन्न अरोड़ियां के साथ लगते जंगलों और नालों के अलावा, बासियां, दयोल, अमाला आदि इलाके के जंगलों को बारीकी से खंगाला।

जहां इन संदिग्धों को देखा गया है वहां से कुछ ही दूरी पर ही रेलवे ट्रैक है। इसे देखते हुए रेलवे पुलिस ने ट्रैक पर गश्त शुरू कर दी है। वहीं जहां इन संदिग्धों को देखा गया है वह इलाका घनी आबादी वाला भी है, जिसकी वजह से इलाके में डर का माहौल है। लोगों में डर है कि कहीं यह आतंकी किसी गांव या मोहल्ले में न आ जाएं।

आम के पेड़ के नीचे बैठे थे संदिग्ध

स्थानीय निवासी शोभा देवी ने बताया कि वह खेतों में गेहूं की कटाई कर रही थी तभी खेत से कुछ दूरी पर एक आम के पेड़ के नीचे चार लोगों को देखा, जिनमें से तीन बैठे हुए थे, जबकि एक खड़ा था। उन्हें देखकर वह डर गई और भाग कर घर लौट आई और इस बारे में अन्य लोगों को बताया। इसके बाद लोगों ने पुलिस को जानकारी दी और पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों ने मौके पर पहुंचकर तलाशी अभियान शुरू किया।
70 से 80 मीटर की दूरी पर थे संदिग्ध

अश्विनी कुमार ने बताया कि जब उस महिला ने गांव में बताया कि कुछ संदिग्धों को देखा है, तो वह अपने पिता और गांव के कुछ लोगों के साथ खेतों की ओर आए। करीब 70 से 80 मीटर की दूरी पर वह लोग हमें दिखे। तीन लोग बैठे हुए थे जबकि चौथा पेड़ के पीछे छुपा हुआ था जो ऐसे लग रहा था की निगरानी कर रहा है। उन्होंने कहा उसका चेहरा सफेद था और छोटी-छोटी दाढ़ी दिखी। उन्होंने बाकी लोगों को आगे बढ़ने के लिए कहा लेकिन सब ने उन्हें पीछे आने को कह दिया। इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना। जिसके बाद सुरक्षा बलों ने इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दिया।

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