
एफएनएन,जम्मू: पहगाम आतंकी हमले के बाद से पूरी कश्मीर घाटी में 63 आतंकी ठिकानों पर छापे मारे गए और 1,500 से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। अकेले अनंतनाग से ही करीब 175 संदिग्ध पकड़े हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने श्रीनगर समेत कई अन्य जगहों पर भी आतंकियों व उनके समर्थकों के ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापे मारकर संदिग्धों को हिरासत में लिया है।
पुलिस बडगाम ने सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत आतंकवादियों के दो मददगारों को पकड़ा है। जिनके नाम ताहिर अहमद और शब्बीर अहमद गनई हैं। खुफिया जानकारी के बाद इन दोनों को पकड़ा गया है, जिससे पता चला कि दोनों इस क्षेत्र में सक्रिय आतंकवादी संगठनों को सहायता प्रदान करने में शामिल थे।
इससे पहले, सुरक्षाबलों ने दहशतगर्द संगठन लश्कर-ए-ताइबा के शीर्ष कमांडर शाहिद अहमद कुट्टे समेत पांच और आतंकियों के घर ध्वस्त कर दिए। दो दिन में सात आतंकियों व उनके मददगारों के घर जमींदोज हो चुके हैं। उधर, एनआईए की एक टीम पहले से पहलगाम में मौजूद है। अब एजेंसी स्थानीय पुलिस से केस डायरी और एफआईआर लेकर औपचारिक मुकदमा दर्ज करेगी।
पूरी कश्मीर घाटी में 63 आतंकी ठिकानों पर छापेमारी
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि उत्तरी कश्मीर के सीमांत जिले कुपवाड़ा में आतंकवादियों के नापाक मंसूबों पर पानी फेरते हुए सुरक्षाबलों ने एक संयुक्त कार्रवाई में आतंकवादियों के एक ठिकाने का भंडाफोड़ किया। उन्होंने बताया कि पुख्ता सूचना पर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) और सेना की 12 सिखली इकाई ने मच्छिल सेक्टर में समशा बेहक वन क्षेत्र में तलाशी अभियान शुरू किया। सेडोरी नाले के आतंकवादी ठिकाने का पता चला। यहां से हुई हथियारों की बरामदगी सुरक्षाबलों के लिए महत्वपूर्ण सफलता है।
छन्न अरोड़ियां में दिखे चार संदिग्ध, सुरक्षाबलों ने चलाया तलाशी अभियान
इस दौरान पुलिस, एसओजी, सीआरपीएफ और सेना इलाके का चप्पा चप्पा छान रही है। तलाशी अभियान के दौरान सेना की ओर से पैदल जंगलों की छानबीन के साथ-साथ हवाई निगरानी के लिए कई ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। सुरक्षाबलों ने छन्न अरोड़ियां के साथ लगते जंगलों और नालों के अलावा, बासियां, दयोल, अमाला आदि इलाके के जंगलों को बारीकी से खंगाला।
जहां इन संदिग्धों को देखा गया है वहां से कुछ ही दूरी पर ही रेलवे ट्रैक है। इसे देखते हुए रेलवे पुलिस ने ट्रैक पर गश्त शुरू कर दी है। वहीं जहां इन संदिग्धों को देखा गया है वह इलाका घनी आबादी वाला भी है, जिसकी वजह से इलाके में डर का माहौल है। लोगों में डर है कि कहीं यह आतंकी किसी गांव या मोहल्ले में न आ जाएं।
आम के पेड़ के नीचे बैठे थे संदिग्ध

