बैंक के सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई फिल्मी स्टाइल वाली पूरी वारदात, हमले में शाखा प्रबंधक समेत तीन बैंक कर्मी घायल
एफएनएन ब्यूरो, कानपुर। तमंचा, चाकू से लैस एक बी.एससी.थर्ड ईयर स्टूडेंट शनिवार को साइकिल पर सवार होकर जनपद कानपुर के कस्बा घाटमपुर की स्टेट बैंक ऑफ इंडिया शाखा में आ धमका और स्टाफ, ग्राहकों को शस्त्रों से डराते हुए बड़ी लूट को अंजाम देने की कोशिश की। हालांकि, शाखा प्रबंधक और कैशियर ने दिलेरी दिखाते गार्ड की मदद से आधा घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद नौसिखिए लुटेरे को धर दबोचा और बैंक को लुटने से बचा लिया। हालांकि, सशस्त्र लुटेरे से भिड़ंत में तीनों बैंक कर्मी घायल हो गए।

घाटमपुर कस्बे में शनिवार सुबह स्टेट बैंक खुली तो शाखा प्रबंधक वीरेंद्र प्रताप सिंह कैशियर प्राणनाथ शुक्ला, हनुमंत विहार के गल्लामंडी निवासी सिक्योरिटी गार्ड सुनील कुमार और महिला कर्मचारी सपना कुमारी के साथ रुटीन वर्क में जुट गए। सुबह करीब 10:45 बजे चेहरा मास्क से ढंके एक शख्स बैंक में दाखिल हुआ और घुसते ही चाकू से गार्ड के चेहरे और गर्दन पर वार कर दिया। लहुलुहान गार्ड ने जख्मी होने के बावजूद हमलावर को पकड़ने की कोशिश की लेकिन हमलावर गार्ड से भिड़ गया।


शाखा प्रबंधक वीरेंद्र प्रताप और कैशियर प्राणनाथ शुक्ला ने पकड़ने की कोशिश की तो हमलावर ने उन दोनों को भी जख्मी कर दिया लेकिन घायल होने पर भी तीनों ने हिम्मत नहीं हारी। करीब आधे घंटे तक चली भिड़ंत के बाद तीनों एक साथ हमलावर पर टूट पड़े और मोटी रस्सी से बांधकर उसे बेबस कर दिया और फोन से थाने में पुलिस को सूचना दी।

सूचना पर डीसीपी साउथ आशीष श्रीवास्तव, एसीपी घाटमपुर रंजित कुमार के साथ पुलिस फोर्स और फॉरेंसिक टीम लेकर बैंक में पहुंचे और तमंचे, चाकू को कब्जे में लेने के बाद लुटेरे को पकड़कर थाने ले गए। तीनों घायल बैंक कर्मियों को सीएचसी भिजवाया गया। डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर रूप से घायल गार्ड और लुटेरे को हैलेट मेडिकल कॉलेज को रेफर कर दिया है।

बैंक मैनेजर और कैशियर को भी एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लुटेरे की पहचान पतारा के गांव संचितपुर निवासी किसान अवधेश मिश्रा के बेटे लवीश मिश्रा के रूप में हुई है। वह वर्तमान में धर्मपुर बंबा में तिवारी होटल के पास रह रहा था। पुलिस जांच कर रही है कि लूट की प्लानिंग युवक ने अकेले की या अन्य लोग भी इस साजिश में शामिल थे। पुलिस ने लुटेरे लवीश मिश्रा का मोबाइल फोन भी कब्जे में ले लिया है।

युवक को पता था कि पुलिस अक्सर क्रिमिनल्स के मोबाइल की लोकेशन खगालकर उन्हें दबोच लेती है। इसीलिए अपने मोबाइल को घर पर ही छोड़ दिया था। गांव के कई लोगों ने बताया कि लवीश सिरफिरा है। वह ज्यादा समय मोबाइल में रील्स देखकर ही बिताता था। किसी से ज्यादा घुलमिलकर नहीं रहता था। पुलिस उसके मोबाइल के गूगल, यूट्यूब, फेसबुक अकाउंट्स को भी चेक कर रही है।

यूट्यूब पर बैंक रॉबरी वीडियो देखकर ही बनाया था प्लान
होश में आने पर आरोपी लवीश ने पुलिस को बताया कि वो एक ही झटके में लखपति बनना चाहता था। यूट्यूब पर बैंक डकैती का वीडियो देखने के बाद ही लूट की प्लानिंग की थी।

मंदिर जाने का बहाना कर घर से साइकिल से निकला था
लवीश ने बताया कि उसके परिवार में कुल चार सदस्य हैं, लेकिन किसी का बैंक में खाता नहीं है। माता-पिता के अलावा बड़ा भाई अभय दिल्ली की एक फैक्टरी में काम करता है। पिता खेती के साथ कपड़े की फेरी लगाते हैं। पिता ने बताया कि लवीश पतारा के हरदेवी महाविद्यालय में बी.एससी. फाइनल ईयर का छात्र है। शनिवार सुबह 10 बजे नागेलिनपुर मंदिर जाने की बात कहकर घर से साइकिल लेकर निकला था। पुलिस लवीश के एक साथी को भी हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

बैंक के सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई वारदात
लूट की कोशिश की पूरी घटना बैंक के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। फुटेज में साफ दिख रहा है कि लुटेरे के हमले में घायल होने के बाद भी सिक्योरिटी गार्ड ने अपनी बंदूक नहीं छोड़ी। कैशियर ने गार्ड से बंदूक ली और फिर बट से लुटेरे पर कई वार किए। इसके बाद बैंक के अन्य कर्मी भी लुटेरे पर टूट पड़े और उसे जमकर पीटा। पिटाई से वह बेहोश हो गया। पुलिस ने बैंक की सीसीटीवी फुटेज कब्जे में ले ली है।

महिला कर्मी ने बजाया बैंक का हूटर
महिला कर्मी सपना कुमारी ने बैंक में लगे हूटर (अलार्म) का बटन दबा दिया। अलार्म सुनकर आसपास के लोग भी आ गए और सबने हमलावर से चाकू व तमंचा छीनकर उसे रस्सी से बांध दिया।

हमलावर चाकू से वार करता तो हम लोग बचकर उसे पकड़ने की कोशिश करते। बदमाश ज्यादा होते तो हम भी उन्हें रोक नहीं पाते। लेकिन लुटेरा अकेला था। लिहाजा हम सबने मिलकर उसे पकड़ लिया।-वीरेंद्र प्रताप सिंह, बैंक प्रबंधक

शाखा प्रबंधक की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। आरोपी युवक की पहचान बी.एससी. फाइनल ईयर के छात्र के रूप में हुई है। उसने ये वारदात क्यों की, इसका पता लगाया जा रहा है।-आशीष श्रीवास्तव, डीसीपी साउथ