Friday, September 20, 2024
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Homeराज्यउत्तर प्रदेशबरेली के सीबीगंज इलाके से तीन अंतरराज्यीय वन्यजीव तस्कर गिरफ्तार

बरेली के सीबीगंज इलाके से तीन अंतरराज्यीय वन्यजीव तस्कर गिरफ्तार

सवा 3 फुट लंबे बहुमूल्य दो हाथी दांत भी हुए बरामद, उत्तराखण्ड-यूपी एसटीएफ और डब्ल्यूसीसीबी दिल्ली के संयुक्त अभियान में मिली बड़ी कामयाबी

एफएनएन ब्यूरो, बरेली। थाना सीबीगंज क्षेत्र से संरक्षित वन्यजीवों के तीन अंतरराज्यीय तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। इनके कब्जे से करीब सवा तीन फुट लंबाई के 2 बेशकीमती हाथी दांत भी बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार तस्कर लम्बे समय से संरक्षित वन्यजीवों के अंगों की तस्करी में लिप्त थे।

उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अभिनव कुमार को यूपी और उत्तराखंड बॉर्डर पर संरक्षित वन्य जीवों को मारकर उनके अंगों की देश भर में अवैध तस्करी कर रहे अपराधियों की गतिविधियों के पुख्ता इन्पुट पिछले कुछ समय से लगातार मिल रहे थे। उन्होंने इन तस्करों की धरपकड़ का जिम्मा एसटीएफ उत्तराखंड को सौंपा। एसटीएफ के एसएसपी नवनीत भुल्लर के मार्गदर्शन और सीओ एसटीएफ आरबी चमोला के नेतृत्व में उत्तराखण्ड एसटीएफ, उप्र एसटीएफ तथा डब्ल्यूसीसीबी दिल्ली की संयुक्त टीम द्वारा एक ज्वांइट ऑपरेशन चलाया गया और 17 सितम्बर मंगलवार की देर रात बरेली के सीबीगंज थाना क्षेत्र से तीन अन्तर्राज्यीय वन्यजीव तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया।

सटीक मुखबिरी पर मंगलवार को तीनों तस्करों को लखनऊ-दिल्ली हाईवे पर पुरनापुर गांव के पास एक कार में डीलिंग करते समय रंगे हाथों पकड़ा गया। गिरफ्तार तस्करों की पहचान आदित्य विक्रम (मां वैष्णो कुंज, ग्रीन पार्क, थाना बारादरी, बरेली), नत्था सिंह (निवासी गंगाबेहड़ फॉर्म, निघासन, लखीमपुर खीरी और वर्तमान में नानकमत्ता गुरुद्वारा में ठहरे हुए) और करण सिंह (निवासी बारादरी, बरेली) के रूप में हुई है। इनके पास से सवा तीन-तीन फुट लंबे दो हाथी दांत, जिनका कुल वजन लगभग सात किलो है, बरामद हुए हैं। बुधवार को पुलिस इन तीनों तस्करों को जेल भेजेगी। एसटीएफ और पुलिस सघन छानबीन के लिए इन वन्य जीव तस्करों को कोर्ट से रिमांड पर भी ले सकती है।

एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने बताया कि उत्तराखण्ड एसटीएफ द्वारा मंगलवार को यूपी के बरेली जनपद में वन्यजीव तस्करों के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई की गई है। इसमें 3 शातिर वन्यजीव तस्करों को 2 हाथी दाँत के साथ अरेस्‍ट किया गया है।

एसएसपी भुल्लर ने बताया कि इस तस्कर गैंग द्वारा उत्तराखण्ड-उप्र के सीमावर्ती जनपदों में वन्यजीवों के अंगों की तस्करी करने के इनपुट एसटीएफ को लम्बे समय से मिल रहे थे। इस पर एसटीएफ की एक टीम को गोपनीय रूप से तस्करों की गतिविधियों पर निगाह रखने के लिए लगाया गया था। मंगलवार को वन्यजीवों के अंगों के साथ इन तस्करों की यूपी के बरेली में लोकेशन मिलने पर टीम द्वारा तुरन्त यूपी एसटीएफ को साथ लेकर बरेली के थाना सीबीगंज क्षेत्र में रेड की गयी और तीन तस्कर गिरफ्त में फंस गए।

पूछताछ में खुलेगा पापों का कच्चा चिट्ठा?

इस हाथी का शिकार कब, कहाँ और किस जंगल में किस तरह किया गया, यह पूछताछ के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा। हाथी, जिसे वन्यजीव जन्तु संरक्षण अधिनियम की पहली अनुसूची में रखा गया है, का शिकार करना एक गम्भीर अपराध है, पकड़े गये तस्करों के विरुद्ध थाना सीबीगंज जनपद बरेली में वन्यजीव अधिनियम (वाइल्ड लाइफ एक्ट) के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया गया है।

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