

सट्टेबाजी में फंसकर 18 लाख गंवाने के बाद सुसाइड की कोशिश कर चुके युवक की तहरीर पर 10 बड़े सटोरियों पर एफआईआर, सबकी धरपकड़ में जुटी पुलिस
एफएनएन ब्यूरो, बरेली। बरेली में आईपीएल सट्टेबाजी के बड़ा रैकेट सक्रिय होने के संकेत मिले हैं। आईपीएल क्रिकेट के सट्टे में फंसकर 20 लाख रुपये गंवाने पर जहरीला पदार्थ खाकर आत्म हत्या की कोशिश कर चुके सुभाषनगर थाना क्षेत्र के युवक ने अब शहर में सट्टा गैंग चलाने वाले 10 सटोरियों के खिलाफ प्रेमनगर थाने में एफआईआर लिखाई है।

ज्ञात रहे कि सुभाष नगर कोतवाली के सुदामा नगरी निवासी अंकित शर्मा को आईपीएल क्रिकेट के सट्टे के गेम में फंसकर मां और पत्नी के 20 लाख रुपये कीमत के जेवरात तक बेचने पड़े थे और कर्ज के जाल में बुरी तरह फंस चुके अंकित को मजबूर होकर बीते बुधवार को जहरीला पदार्थ खाकर जहर देने की कोशिश भी करनी पड़ी थी। मां के नाम वाली सुसाइड नोट की पर्ची में उसने सटोरियों से परेशान होकर आत्महत्या की कोशिश करने की बात लिखी थी।

अंकित ने गहने बेचकर दिए थे 20 लाख रुपये
अंकित ने पत्नी और मां के जेवर बेचकर आरोपितों को 20 लाख रुपये दे दिए। मगर तीन-चार महीनों बाद आरोपितों ने रुपये देना बंद कर दिया। कई बार मांगे तो धमकी देने लगे। अंकित का आरोप है कि आरोपितों ने कई बार उनकी गला दबाकर हत्या करने की कोशिश की, लेकिन हर बार वह बच निकलते। एक दिन आरोपितों ने तमंचा तानकर भी धमकी दी। कहा कि अगर वह नहीं माना तो पूरे परिवार को जान से मार देंगे। इसके कुछ दिनों बाद सटोरियों के दो आडियो भी इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो गए। इसके बाद उन्होंने सभी आईडी बंद कर दी। अंकित को बुलाकर उसकी आईडी भी डिलीट करवा दी।
स्थानीय लोगों की मदद से उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां से उसे मेडिकल काॆलेज रेफर किया गया। डॉक्टरों के प्रयासों से बमु्श्किल उसकी जान बच पाई थी। अब अंकित ने आईपीएल क्रिकेट सट्टे से जुड़े शहर के 10 बड़े सटोरियों किला निवासी सर्जन कपूर उर्फ शांति भाई, फरीदपुर के संदीप गुप्ता और ओमेंद्र, बानखाना निवासी मोहसिन, गौरव सूद, सौरभ गुप्ता और चार अज्ञात समेत 10 लोगों के विरुद्ध प्रेमनगर थाने में प्राथमिकी लिखाई है। अंकित का आरोप है कि सटोरियों ने शहर में बहुत बड़ा और लगभग अभेद्य नेटवर्क बना रखा है। ये लोग सट्टा कराने का अधिकारपत्र (आईडी) बांटने के एवज में 20 से 50 लाख रुपये तक वसूलते हैं। पुलिस ने तहरीर के आधार पर आरोपियों की तलाश भी शुरू कर दी है।

एप के जरिए सट्टेबाजी के जाल में फांसते हैं सटोरिये
आरोप है कि आरोपितों ने धोखाधड़ी और फर्जी कागजात से एक एप भी बनवा लिया है। इसके जरिए ये सब लोगों को अमेरिकन लीग, महाराजा लीग जैसे सट्टे और जुए के गेम खिलाकर उनसे लाखों रुपये हड़प लेते हैं। आरोप है कि आरोपित एक-एक आईडी बांटने के बदले 20 से 50 लाख रुपये तक लेते हैं। अंकित से भी एक आइडी के बदले 20 लाख रुपये ले लिए थे। झांसा दिया कि हर माह 50 हजार रुपये वापस करेंगे।