एऩडीआरएफ और एसडीआरएफ जवानों ने वायुसेना के दो हेलीकॉप्टरों के जरिए संयुक्त रूप से चलाया जोखिम भरा सफल सर्च ऑपरेशन
एफएनएन ब्यूरो, चमोली-उत्तराखंड। चमोली के लगभग सात हजार मीटर ऊंची बर्फ से ढंकी चौखंबा चोटी पर ट्रैकिंग के दौरान फंसे दोनों विदेशी पर्वतारोहियों को रविवार को तीसरे दिन सुरक्षित निकाल लिया गया है।

शनिवार को वायु सेना के दो हेलीकाप्टरों से एनडीआरएफ और एसडीआरएफ जवानों ने संयुक्त रूप से सर्च अभियान चलाया। तलाशी के दौरान उन्हें बेस कैंप पर एक टेंट और स्लीपिंग बैग तो मिला था, लेकिन दोनों पर्वतारोहियों का पता नहीं चल पाया था। रविवार सुबह फिर से सर्च अभियान चलाया गया और दोनों पर्वतारोहियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। मिले।
6995 मीटर ऊंची चौखंबा चोटी फतेह करने गए थे
ब्रिटिश महिला पर्वतारोही फायजने मान्नेरस (27) और यूएसए की महिला पर्वतारोही मिचेल थेरेसा देवोरोक (23) कुछ दिन पहले बदरीनाथ से 6995 मीटर ऊंचे चौखंबा पर्वत पर चढ़ाई के लिए गईं थीं। तीन अक्तूबर को इन महिला पर्वतारोहियों ने पेजर से अपने दूतावास से संपर्क कर बताया कि वे चौखंबा चोटी पर पहुंचने से पहले ही बर्फीली खतरनाक पहाड़ियों में फंस गए हैं। उनका सारा सामान भी खाई में गिर गया है।

दूतावास से मिली सूचना पर शुक्रवार को वायुसेना के दो हेलिकॉप्टरों ने पर्वतारोहियों की तलाश में घंटों सर्च अभियान चलाया लेकिन उनका पता नहीं चल पाया। शनिवार को एसडीआरएफ और वायुसेना ने सुबह से क्षेत्र में लगातार सर्च अभियान चलाया। लेकिन दूसरे दिन भी दोनों पर्वतारोहियों का कोई सुराग नहीं मिल सका। विदेशी पर्वतारोहियों की तलाश में निकली एसडीआरएफ की टीम पर्वत पर करीब 4500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एडवांस बेस कैंप तक पहुंच गई थी।