एफएनएन ब्यूरो,बरेली। उद्यमियों और कृषकों की समन्वय संगोष्ठी में प्रदेश के वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. अरुण कुमार ने प्लाईवुड कारोबारियों की शिकायत पर आरटीओ को फोन कॉल कर फटकार लगाई। लकड़ी ले जा रहे किसानों को बेवजह परेशान करने की शिकायत दुबारा मिलने पर सख्त कार्रवाई की वार्निंग भी दी।
फरीदपुर के पास स्थित फ्यूचर यूनिवर्सिटी में वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. अरुण कुमार ने उद्योगपतियों और कृषकों को संबोधित किया। लकड़ी उत्पादन और किसानों की आय बढ़ाने, पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा पेड़-पौधे रोपने और उनकी हिफाजत करने को प्रेरित भी किया।
भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा के क्षेत्रीय अध्यक्ष/फरीदपुर इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह और किसानों एवं प्लाईवुड फैक्टरी मालिकों ने कई मुद्दों और समस्याओं को वन मंत्री के साथ साझा किया। उनकी प्रमुख शिकायत थी कि आरटीओ और एआरटीओ लकड़ी ले जाने वाले किसानों को रोककर बेवजह परेशान कर रहे हैं। इससे किसान तो प्रताड़ित होते ही हैं, इलाके का लकड़ी उद्योग भी प्रभावित हो रहा है।
शिकायत को गंभीरता से लेते हुए वन-पर्यावरण मंत्री ने संगोष्ठी से ही फोन पर आरटीओ से बात की और किसानों -उद्यमियों के आर्थिक शोषण की शिकायत दुबारा आने पर कड़ी कार्रवाई का अल्टीमेटम भी दे डाला।
मंत्री और विधायक ने पौधरोपण भी किया
संगोष्ठी के बाद ‘एक पेड़ मां के नाम’ पौधरोपण जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित हुआ। मुख्य अतिथि वन मंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना, विशिष्ट अतिथि फरीदपुर विधायक डॉ. श्याम बिहारी लाल समेत उद्यमियों-किसानों ने पौधरोपण भी किया।
इस दौरान प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं विभाग अध्यक्ष सुधीर कुमार शर्मा, प्रधान मुख्य वन संरक्षक अनुराधा बेमुरी, मुख्य वन संरक्षक रोहिलखंड जोन, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक/सदस्य सचिव राज्य स्तरीय समिति उत्तर प्रदेश, प्रधान मुख्य वन संरक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान कानपुर, डीएफओ दीक्षा भंडारी, प्लाईवुड उद्यमी शेखर अग्रवाल, रोशन अग्रवाल, दीपांशु अग्रवाल, रोहित कालरा, आकाश चौधरी, रवि निमानी, उमेश निमानी, सलिल बंसल, राजेंद्र अरोड़ा, तुषार गोयल, अंकित गोयल आदि भी मौजूद रहे।