एफएनएन, नई दिल्ली: हर साल यूं तो शारदीय नवरात्रि श्राद्ध पक्ष के बाद शुरू हो जाते हैं, लेकिन इस वर्ष दो माह अधिक मलमास/खरमास लग रहा है। अधिक मास होने के कारण इस वर्ष नवरात्रि का पर्व पितृ पक्ष समाप्त होने बाद नहीं है। ऐसा संयोग 165 साल के बाद बन रहा है। पंचांग के अनुसार 17 अक्टूबर 2020 दिन शनिवार से शारदीय नवरात्र शुरू होंगे। वहीं राम नवमी का पर्व 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा। अधिकमास के खत्म होने पर शारदीय नवरात्रि का पर्व आरंभ होगा। इस बार नवरात्रि पर्व 25 दिन आगे बढ़ गया है।
घट स्थापना का शुभ मुहूर्त
आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि यानी नवरात्रि का पर्व 17 अक्टूबर 2020 से आरंभ हो रहा है. पंचांग के अनुसार इस दिन आश्चिन मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि रहेगी. इस दिन घट स्थापना मुहूर्त का समय प्रातरूकाल 06ः27 से 10ः13 तक है। घटस्थापना के लिए अभिजित मुहूर्त प्रातरूकाल 11ः44 से 12ः29 तक रहेगा।
नौ देवियों की होती है आराधना
शारदीय नवरात्रि के नौ दिन मां नवदुर्गा के नौ रूपों की पूजा-अर्चना होती है। प्रतिपदा तिथि को मां शैलपुत्री, दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी, तीसरे दिन मां चंद्रघंटा, चैथे दिन मां कुष्मांडा, पांचवें दिन मां स्कंदमाता, छठे दिन मां कात्यायनी, सातवें दिन मां कालरात्रि, आठवें दिन मां महागौरी और नौवें और अंतिम दिन सिद्धिदात्री की आराधना की जाती है।