एफएनएन, देहरादून : देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) से 288 कैडेट पासआउट होकर भारतीय थल सेना में शामिल हैं। इनमें उत्तर प्रदेश से सबसे ज्यादा 50 जेंटलमैन कैडेट (जीसी) पासआउट होंगे। वहीं, उत्तराखंड के 33 जांबाज भारतीय सेना में अफसर बनेंगे। वहीं, बिहार से 28 जीसी पासआउट होंगे।
आइएमए से शनिवार को होने वाली पासिंग आउट परेड में कुल 377 जेंटनमैन कैडेट्स पास आउट होंगे। इनमें 288 भारतीय कैडेट, जबकि आठ मित्र देशों के 89 कैडेट अपने देश की सेना में अफसर बनेंगे। आज आइएमए की ओर से राज्यवार पासआउट होने वाले कैडेट की सूची जारी की गई। इसमें उत्तर प्रदेश पहले नंबर पर है। इस राज्य से 50 कैडेट पासआउट होंगें, वहीं उत्तराखंड दूसरे नंबर पर है। देवभूमि उत्तराखंड से 33 युवा अफसर सेना में शामिल होंगे। तीसरे नंबर पर बिहार राज्य है। यहां से 28 कैडेट भारतीय सेना में शामिल होंगे।
- राज्यवार कैडेटों की संख्या
- राज्य——-कैडेट
- उत्तर प्रदेश—-50
- उत्तराखंड——33
- बिहार———–28
- हरियाणा——–25
- महाराष्ट्र——–22
- पंजाब———–21
- राजस्थान——-20
- दिल्ली———–15
- हिमाचल प्रदेश–13
- केरल————-09
- मध्य प्रदेश——-08
- तेलांगाना———06
- जम्मू-कश्मीर—-06
- नेपाल(डोमिसाइल)–06
- वेस्ट बंगाल——–05
- तमिलनाडू———-05
- कर्नाटक————-04
- ओडिसा————–02
- आंध्र प्रदेश———–02
- त्रिपुरा—————-02
- अरुणाचल प्रदेश——01
- असम—————–01
- छत्तीसगढ़————01
- झारखंड—————01
- मणिपुर—————-01
- सिक्किम—————01
- कुल——————-288
- ले जनरल अमरदीप सिंह होंगे रिव्यूइंग अफसर
भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) की शनिवार 11 जून को होने वाली पासिंग आउट परेड (पीओपी) में ले. जनरल अमरदीप सिंह भिंडर रिव्यूइंग अफसर होंगे। वह दक्षिण पश्चिमी कमान के कमांडर (जनरल आफिसर कमांडिंग-इन-चीफ) हैं। पीओपी में वह बतौर मुख्य अतिथि परेड की सलामी लेंगे।
- आठ मित्र देशों के 89 कैडेट भी होंगे पासआउट
शनिवार को भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) से 377 कैडेट पास आउट होंगे। इसमें 288 भारतीय थल सेना का हिस्सा बनेंगे, जबकि आठ मित्र देशों के 89 कैडेट अपनी अपनी अपनी सेना में अफसर बनेंगे।
- 1932 में की गई थी भारतीय सैन्य अकादमी की स्थापना
भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) उत्तराखंड के देहरादून जनपद में स्थित है। अंग्रेजों ने इस अकादमी की स्थापना एक अक्टूबर, 1932 में की थी। उस समय यहां से मात्र 40 कैडेट ही पासआउट हुए थे। इस सैन्य अकादमी से भारत ही नहीं, म्यांमार व पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष भी पासआउट हुए हैं।