एफएनएन, रुद्रपुर : नामांकन के बाद प्रचार के शुरुआती दौर में ही कांग्रेस प्रचार के मामले में भाजपा से पिछड़ती हुई नजर आ रही है। कार्यालय बन गया है पर कार्यकर्ता नजर नहीं आ रहे हैं। प्रचार सामग्री न मिलने से अधिकांश तो घर ही बैठ गए हैं। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि कॉन्ग्रेस किस तरीके से चुनाव लड़ पाएगी। रुद्रपुर विधानसभा की राजनीतिक स्थिति पर नजर डालें तो पता लगता है कि पिछले 10 साल से यहां भाजपा का लगातार परचम लहरा रहा है। राजकुमार ठुकराल यहां से पिछले दो बार से विधायक हैं लेकिन इस बार पार्टी ने उनका टिकट काट दिया है।
जिलाध्यक्ष शिव अरोरा को भाजपा ने अपना प्रत्याशी बनाया है। नामांकन के साथ ही शिव अरोरा ने अपना प्रचार अभियान तेज कर दिया है। गली-गली झंडे, पोस्टर, बैनर नजर आ रहे हैं लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी की ओर से प्रचार धीमी गति से चल रहा है। उनके कार्यालय में कार्यकर्ताओ की गैरमौजूदगी क्यों है ? सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस कार्यालय में कार्यकर्ताओं के लिए अभी तक झंडे और पोस्टर तक नहीं मिले हैं। ऐसे में चुनाव में कांग्रेस की नैया कैसे पार लगेगी, यह बड़ा सवाल है। हालांकि कांग्रेस प्रत्याशी मीना शर्मा का कहना है कि प्रचार सामग्री का वितरण क्षेत्र में कर लिया गया है और कार्यकर्ता पूरे उत्साह के साथ चुनाव में लगे हुए हैं।