एफएनएन, बागेश्वर : उत्तराखंड में विगत दिनों आई आपदा में मृतकों की संख्या बढ़कर 67 हो गई है। गुरुवार को बागेश्वर जिले की सुंदरढूंगा घाटी में चार पर्यटकों की मौत की खबर मिली है। उत्तरकाशी के हर्षिल से लम्खागा पास होते हुए छितकुल हिमाचल की ट्रेकिंग के लिए गए 8 पर्यटकों समेत 11 पर्यटक लापता हो गए थे। इनकी खोजबीन में गई टीम को गुरुवार को मौके पर पांच लोगों के शव दिख गए हैं। इन्हें मिलाकर अब राज्य में आपदा से हुई मौतों का आंकड़ा 67 हो गया है।
- 34 लोग फंसे, चार की मौत और दो लापता
जानकारी के मुताबिक बागेश्वर जिले के पिंडारी, सुंदरढूंगा व कफनी ग्लेशियर क्षेत्र में अभी भी 54 लोग फंसे हुए हैं। वहीं सुंदरढूंगा घाटी में मैकतोली, भानूटी ग्लेशियर के आस-पास ट्रेक पर गए चार पर्यटकों की मौत हो गई है और दो पर्यटक लापता हैं। यह जानकारी उनके साथ बतौर पोर्टर गए सुंदरढूंगा से सुरेंद्र सिंह पुत्र हरक सिंह ने दी है। कफनी ग्लेशियर ट्रेक में 20 गांव वाले भी फंसे हुए हैं। वहीं जिला सूचना अधिकारी कार्यालय ने भी इसकी पुष्टि की है।
पोर्टर सुरेंद्र ने बताया कि एक घायल समेत चार लोग खाती गांव वापस लौट आए हैं। वहीं देर से हरकत में आए जिला प्रशासन ने पिंडारी की तरफ दो टीमें राहत-बचाव के लिए भेज दी हैं। कपकोट के एसडीएम परितोष वर्मा ने बताया कि सुंदरढूंगा की तरफ भी एसडीआरएफ की टीम रवाना कर दी गई है। इसके अलावा मेडिकल टीम भी रवाना हो गई है। उत्तराखंड में विगत 17 से 19 अक्तूबर तक बारिश ने जमकर कहर बरपाया है। आपदा से गढ़वाल, कुमाऊं में अभी तक 67 से ज्यादा लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।
- दो दिन पहले कोलकाता से किसी महिला ने किया था फोन
बताया जा रहा है कि बागेश्वर के जिला आपदा विभाग को दो दिन पहले कोलकाता से किसी महिला ने फोन कर बताया था कि उसके परिजन और उनके मित्र सुंदरढूंगा घाटी में ट्रेक पर गए हैं, जहां उनके साथ दुर्घटना होने की सूचना उन्हें मिली है। महिला ने आपदा विभाग से इस बारे में उनकी मदद करने की गुहार भी लगाई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके बाद उक्त महिला ने देहरादून मुख्यालय से गुहार लगाई।