एफएनएन, रुद्रपुर : किच्छा में व्यापारी नेता निर्मल हंसपाल के बेटे दीप हंसपाल पर हुए हमले में एक बार फिर नाम घसीटे जाने पर पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि आखिर किच्छा में होने वाले हर मामले में उनका, भाजपा का और पुलिस का नाम क्यों बदनाम किया जाता है। उन्होंने कहा कि विधायक तिलकराज बेहड़ को अपने उस बयान पर शर्म आनी चाहिए, जिसमें उन्होंने पुलिस अधिकारियों को नपुंसक कहा था। उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं है जबकि बेहड़ ने उन्हें बदनाम किया है। तीन बार पहले भी वह बेवजह उन पर आरोप लगा चुके हैं, हालांकि बाद में दूध का दूध और पानी का पानी हो गया।
तीनों घटनाओं के पीछे वजह और ही निकली जो खुद कांग्रेसियों को कटघरे में खड़ा कर रही थी। राजेश शुक्ला ने कहा कि दीप हंसपाल का झगड़ा रुद्रपुर के कबाना होटल में कुछ युवकों से हुआ था, वजह भी पुलिस ने साफ कर दी है, जबकि विधायक तिलकराज बेहड़ ने राजनीति प्रतिद्वंदिता का हवाला देते हुए उन्हें, भाजपा को और पुलिस को बदनाम करने की कोशिश की। राजेश शुक्ला ने कहा कि जनप्रतिनिधियों को अपने बच्चों के संस्कारों पर ध्यान देना चाहिए।
पूर्व विधायक ने कहा कि तिलक राज बेहड़ ने अपशब्दों का इस्तेमाल करते हुए अधिकारियों को नपुंसक कहा और उनका मनोबल तोड़ा। अगर कोई गलती थी तो उसका भी अपना एक तरीका है, लेकिन अपशब्दों का प्रयोग किया जाना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि तिलक राज बेहड़ 20 साल विधायक और मंत्री रहे हैं, उन्हें इस तरह की हल्की बात नहीं करनी चाहिए। उन्होंने पुलिस टीम को बधाई दी कि इस मामले में सत्यता सामने लाकर जल्द ही यह केस वर्कआउट कर दिया। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से भी अपील कि तिलक राज बेहड़ को मर्यादा का पालन करना सिखाएं।