यात्रियों की पुरानी मांग पर रेलवे बोर्ड ने लिया है फैसला, जनरल टिकट पर भी अब मिलेंगी सीटें
एफएनएन ब्यूरो, बरेली। अगले कुछ दिनों में ट्रेनों में जनरल टिकट पर भी यात्रा आसान सफर की सुविधा मिलने वाली है। ट्रेनों में दिसंबर से दो के स्थान पर चार या छह जनरल कोच लगाए जाएंगे।
बरेली से गुजरने वाली राजधानी, सुपरफास्ट और प्रीमियम ट्रेनों को छोड़कर अन्य 150 से ज्यादा ट्रेनों में जनरल कोच बढ़ाए जाने हैं। ट्रेनों में जनरल कोच बढ़ने के बाद यात्रियों को आसानी से सीटें मिल सकेंगी। इस नई व्यवस्था से आरक्षित श्रेणी के स्लीपर और एसी कोच में अनारक्षित यात्रियों की भीड़ कम होगी।
कोरोना काल के दौरान ट्रेनों में जनरल कोच की संख्या घटाकर एक या दो कर दी गई थी। लेकिन कोविड खत्म होने के कई साल बाद भी ट्रेनों में जनरल कोच बढ़ाए नहीं गए हैं। यात्रियों द्वारा ट्रेनों मेंं जनरल कोचों की संख्या बढ़ाए जाने की मांग लगातार की जाती रही है। पिछले दिनों रेलवे बोर्ड ने ट्रेनों में जनरल कोचों की संख्या बढ़ाकर दो के स्थान पर चार या छह करने को मंजूरी दी थी।
एक जनरल कोच में 80 सीटें होती हैं। अब तक ट्रेनों में अधिकतम दो जनरल कोचों में सीटों की संख्या 160 ही है। कोच बढ़ाए जाने के बाद दिसंबर से यह संख्या- बढ़कर 240 से 480 तक हो जाएगी। बरेली होते हुए अप-डाउन 190 ट्रेनों का संचालन होता है। इनमें 150 ट्रेनों में दो की जगह चार या छह जनरल कोच लगेंगे।
इस वजह से चुना दिसंबर का ही महीना
ट्रेनों में जनरल कोच की संख्या बढ़ाने के लिए दिसंबर को चुना गया है। इसका प्रमुख कारण यह भी है कि दिसंबर से फरवरी तक कोहरे के सीजन में बड़ी संख्या में ट्रेनें निरस्त रहती हैं। इस बार अब तक बरेली होते हुए गुजरने वाली 14 ट्रेनों को निरस्त किया गया है और 28 के फेरों में कटौती की गई है। रेलवे के पास दिसंबर से फरवरी तक का समय होगा। रेलवे को ट्रेनों में कोच बढ़ाने के लिए तीन माह का समय भी मिल जाएगा। इस बीच एक जनवरी से ट्रेनों की समय सारिणी में बदलाव भी किया जाना है।
“बरेली से गुजरने वाली 150 ट्रेनों में बढ़ेंगे जनरल कोच
रेलवे बोर्ड के आदेश पर दिसंबर से बरेली से गुजरने वाली 150 ट्रेनों में दो की जगह चार या छह जनरल कोच लगेंगे। कुछ ट्रेनों में अतिरिक्त जनरल कोच लगाए भी जा चुके हैं। दिसंबर में अन्य ट्रेनों में भी दो के स्थान पर चार-चार जनरल कोच लगाए जाएंगे। कुछ ट्रेनों में जनरल कोच की संख्या छह तक की जाएगी।-आदित्य गुप्ता,सीनियर डीसीएम, मुरादाबाद मंडल”