एफएनएन, हैदराबाद-तेलंगाना। गुजरात के बाद अब तेलंगाना में विकराल बाढ़ भारी तबाही मचाए हुए है। राज्य के महबूबाबाद जिले में बाढ़ में फंसी एक महिला कार समेत बह गई। उसका पिता भी लापता है। रविवार को भी यहां भारी बारिश होने से जान-माल का काफी नुकसान हुआ है। तेलंगाना की सभी नदियां उफान पर हैं। हैदराबाद और विजयवाड़ा जैसे बड़े शहरों में भी जलभराव है। आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू और तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी ने शीर्ष अफसरों की इमरजेंसी मीटिंग की है। खम्मम जिले के हालात सबसे खराब बताए जा रहे हैं। यहां 110 से अधिक गांव बाढ़ में पूरी तरह डूब चुके हैं। अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है।
केंद्रीय मंत्री बंदी संजय कुमार ने बताया कि 119 लोग पहाड़ों और इमारतों पर फंसे हुए हैं। जो बचाव का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने इसको लेकर एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट भी अपलोड की है। उन्होंने लिखा है कि केंद्रीय गृह मंत्री को स्थिति के बारे में बताया गया है।
खम्मम जिले के 110 गांव डूब चुके हैं। 9 लोग प्रकाश नगर पहाड़ी पर फंसे हैं। पलेयर इलाके में थांडा पहाड़ी पर 68 लोग फंसे हुए हैं। वहीं, 42 लोग इमारतों के अंदर राहत का इंतजार कर रहे हैं। केंद्र सरकार की ओर से NDRF की 9 टीमें तेलंगाना भेजी गई हैं।
तेलंगाना में आज बंद रहेंगे सभी स्कूल
केंद्रीय मंत्री संजय कुमार के अनुसार इन टीमों को विशाखापत्तनम, असम और चेन्नई से बुलाया गया है। आंध्र प्रदेश में भी भारी बारिश से नुकसान हुआ है। राम कृष्ण पुरम इलाके और विजयवाड़ा में कई जगह वाहन डूब चुके हैं। पुलिस भी एनडीआरएफ के साथ मिलकर काम कर रही है। लोगों को पुनर्वास केंद्रों में भेजा गया है। सरकार ने आज 2 सितंबर को प्रदेश के स्कूलों में छुट्टी का ऐलान किया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने तेलंगाना के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।
99 ट्रेनें रद्द, 54 के रूट डायवर्ट
आदिलाबाद और महबूबनगर में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। कई इलाकों में लोगों के घर ढह गए हैं। अभी तक 99 ट्रेनों को रद्द किया गया है। वहीं, 54 के रूट डायवर्ट किए गए हैं। साइबराबाद के JCP जोएल डेविस ने निजी आईटी कंपनियों के कर्मियों से वर्क फ्रॉम होम का आग्रह किया है।