Tuesday, January 7, 2025
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नववर्ष 2025 की अगवानी में कवियों ने बहाई नवरसों की काव्य सुरसरि, सुधी श्रोताओं ने घंटों लगाए गोते

एफएनएन ब्यूरो, बरेली। साहित्यिक संस्था ‘कवि गोष्ठी आयोजन समिति’ के तत्वावधान में बरेली की इंदिरा नगर कॉलोनी में समाजसेवी गांधी मोहन सक्सेना के संयोजन में सरस काव्य संध्या का आयोजित की गई। कवियों और कवयित्रियों ने नववर्ष 2025 की अगवानी में कई घंटे तक नवरसों की काव्य सुरसरि प्रवाहित की। बहुत से सुधी श्रोता भी प्रारंभ से अंत तक रुककर इस काव्य सुरसरि में गोते लगाते रहे।

इस यादगार काव्य गोष्ठी की अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष और वरिष्ठ साहित्यकार रणधीर प्रसाद गौड़ ‘धीर’ ने की। मुख्य अतिथि विनय सागर जायसवाल एवं विशिष्ट अतिथि कवयित्री शिखा चंद्रा रहीं।


माॅं शारदे के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर श्रद्धाभाव से माल्यार्पण के उपरांत काव्य गोष्ठी कार्यक्रम का विधिवत् शुभारंभ किया गया। माॅं शारदे की वंदना गीतकार-संस्था के सचिव उपमेंद्र सक्सेना ने प्रस्तुत की। नववर्ष के स्वागत में हुई इस सरस कवि गोष्ठी में कवियों ने अपनी-अपनी रचनाओं के माध्यम से नूतन वर्ष में सर्वमंगल की कामना की और प्रेम, सद्भाव एवं सौहार्द्र का संदेश दिया।

काव्य गोष्ठी में उपमेंद्र सक्सेना, दीपक मुखर्जी ‘दीप’, डॉ. रेनू श्रीवास्तव, किरन प्रजापति ‘दिलवारी’, गांधी मोहन सक्सेना, अशोक कुमार सक्सेना, सत्येंद्र बरेलवी, रामकुमार भारद्वाज ‘अफरोज’, अश्वनी कुमार ‘तन्हा’, हरिकांत मिश्र ‘चातक’, राजकुमार अग्रवाल, रजत कुमार, सत्यवती सिंह ‘सत्या’ एवं नरेश सक्सेना आदि कवियों और कवयित्रियों ने अपनी-अपनी यादगार-दमदार कविताओं से कई घंटे तक काव्य सुरसरि प्रवाहित की। मनोज दीक्षित ‘टिंकू’ ने काव्यमय सफल संचालन किया।

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