एफएनएन, मेरठ: शाही ईदगाह में शहर काजी जैनुस साजिदीन ने ईद की नमाज पढ़ने के बाद खुत्बा पढ़ते हुए कहा, संविधान हर मजहब के लोगों को इबादत करने की आजादी देता है। ईद पर ईदगाह में ही नमाज पढ़ी जाती है। इधर, कुछ सालों से ईदगाह के बाहर नमाज पढ़ने पर पाबंदी लगाई जा रही है। इस बारे में राष्ट्रपति और अल्पसंख्यक आयोग में गुहार लगाई गई है, अगर वहां सुनवाई नहीं हुई तो सुप्रीम कोर्ट में अपील की जाएगी।
कहा कि फलस्तीन में मुसलमानों पर जुल्म हो रहे हैं। उन्होंने इजरायल के उत्पादों का बायकाट करने की अपील की। कहा शहर से 40 किलोमीटर दूर एक व्यक्ति खुले आम जहर उगलता है उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं होती, (उनका इशारा डासना के महंत यति नरसिंहानंद की ओर था) यहां पर जरा सी गलत बयानी हो जाए तो गिरफ्त में आ जाते हैं।
मस्जिदों में दो बार में पढ़ी गई नमाज
जिलों में ईद की नमाज शांतिपूर्वक पढ़ी गई। प्रशासन ने पहले ही प्रशासन ने सड़क पर नमाज न पढ़ने की गाइडलाइन जारी की थी। शहर व आसपास के क्षेत्रों से अधिक भीड़ आने के कारण नमाज पढ़ने वालों की संख्या काफी रहती है। सड़क पर नमाज पढ़ने के बजाय इस बार सकारात्मक पहल हुई। मस्जिदों में अधिक भीड़ के कारण प्रदेश के कई मस्जिदों में दो बार नमाज पढ़ी गई। इस दौरान देश में अमन-चैन, शांति, तरक्की की दुआ की गई।
अलीगढ़ में लहराए फलस्तीन समर्थित पोस्टर
जागरण संवाददाता, अलीगढ़। अलीगढ़ में नमाज के बाद कुछ युवक फलस्तीन के समर्थन में पोस्टर लेकर पहुंच गए। पुलिस ने उन्हें जाने के लिए कहा, लेकिन नहीं माने। न मानने पर पुलिस ने कुछ युवकों को जीप में बिठा लिया। इससे नाराज अन्य लोगों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर दी। नोकझोंक भी हुई। हंगामा होने पर पुलिस ने नाम-पते पूछकर पकड़े युवकों को जाने दिया। सीओ अभय पांडेय ने बताया कि वीडियो फुटेज के आधार पर युवकों को चिह्नित किया जा रहा है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।