- मेयर रामपाल सिंह का व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय जुनेजा पर बड़ा आरोप
- कहा – बाजार में जलभराव के पीछे संजय जुनेजा बड़ी वजह
एफएनएन, रुद्रपुर : मेयर रामपाल सिंह ने व्यापारी नेता संजय जुनेजा पर बड़ा आरोप लगाया है। रामपाल ने कहा है कि बाजार में जलभराव के पीछे संजय जुनेजा बड़ी वजह हैं। उन्होंने शहर के लिए आई एक बड़ी योजना को पलीता लगाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि संजय जुनेजा पहले अपने गिरेबान में झांके। सोशल मीडिया पर बयान जारी करते हुए मेयर रामपाल ने कहा कि आज ही उन्होंने देखा कि व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय जुनेजा अपने साथियों के साथ में बाजार में पानी में बैठकर बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संजय जुनेजा उनके भी मित्र हैं, वह जब भी उनके पास किसी काम के लिए आए हैं, उन्होंने मना नहीं किया है लेकिन वह आजकल नकारात्मक राजनीति कर रहे हैं। इसका मैं विरोध करता हूं। बोले, मेरा विरोध संजय जुनेजा से नहीं है लेकिन ऐसे नकारात्मक राजनीति करने वाले लोगों से है। उन्होंने कहा कि काशीपुर बाईपास के लिए उनके पास बड़ी योजना थी।
इसके लिए ₹12 करोड़ भी अलग कर लिया गया था, ऐसे में जबकि इस स्थान पर 200 वोट भी नहीं है। मतलब इतने कम वोटों से नहीं था लेकिन शहर को सुंदर दिखना चाहिए था, इसीलिए उनका प्रयास था। लेकिन संजय जुनेजा इस प्रोजेक्ट में बड़ी बाधा बन गए। उन्होंने व्यापारियों के साथ में उनका विरोध किया और प्रोजेक्ट को फेल कर दिया जबकि यह प्रोजेक्ट हमारी शहर की लाइफ लाइन हो सकता था। इस सड़क के दोनों और उन्हें आरसीसी नाला बनाना था। व्यापारियों को नुकसान न हो इसके लिए हमने इसको पाइप में परिवर्तित कर दिया। ₹12 करोड़ की लागत आ रही थी लेकिन संजय ने यह कहते हुए प्रोजेक्ट को पलीता लगाया कि सड़क को क्यों चौड़ा कर रहे हो, क्या यहां हवाई जहाज उतरेगा ?व्यापारियों को उनके खिलाफ लामबंद किया गया, ऐसे में यह प्रोजेक्ट आज अधूरा पड़ा हुआ है।

रामपाल ने व्यापारियों से पूछा कि अगर यह दोनों नाले बन जाते और सीधे कल्याणी नदी में अटैच हो जाते तो आज क्या जलभराव की समस्या रहती ? क्या शहर में पानी भरता ? बिल्कुल नहीं! लेकिन संजय जुनेजा को राजनीति करनी थी, इनका व्यापारिक हितों से कोई लेना देना नहीं है। बोले, संजय जुनेजा विकास में बड़ी बाधा है और इन्हीं के कारण आज यह समस्या पैदा हुई है। मेयर ने कहा कि संजय जुनेजा अपने गिरेहबान में झांककर देखें कि जलभराव के लिए जिम्मेदार कौन है। साथ ही संजय जुनेजा पर बड़ा हमला करते उन्होंने कहा कि ऐसे नकारात्मक सोच की राजनीति करने वाले लोग ही शहर का बेड़ा गर्क किए है।
उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश पर अतिक्रमण तोड़े जाने के बाद उन्होंने सारा पैसा बाजार में लगाया और शहर सुंदर बनाया, लेकिन फुटपाथ बनने के बाद भी आज व्यापारी कब्जा किए हैं, ऐसे में शहर फिर बदसूरत बन गया है। बोले, जिस समय मैं नगर निगम में आया, मुझे एक बड़ा कष्ट था कि शहर के लोग मॉल की ओर रुझान कर रहे थे, इसी समस्या को देखते हुए उन्होंने शहर की सड़कों को चौड़ा कराया। इसके साथ ही एक फुटपाथ बनाया था कि पैदल लोग यहां से गुजार सकें, लेकिन उन पर ही व्यापारियों ने कब्जा कर लिया।
उन्होंने व्यापारियों से अनुरोध किया कि तत्काल इस कब्जे को खाली करें, ताकि ग्राहक बाजार से बाहर न जाए और शहर सुंदर बन सके। उन्होंने कहा कि जब-जब नगर निगम की टीम बाजार से अतिक्रमण हटाने जाती है, संजय जुनेजा सिर उठाकर खड़े हो जाते हैं और विरोध करते हैं। यह विरोध व्यापारी हित और शहर के हित में कितना जायज है? यह भी देखा जाना चाहिए। उन्होंने संजय जुनेजा को नसीहत दी कि वह नकारात्मक राजनीति न करके सकारात्मक राजनीति करें, क्योंकि यह शहर उनका भी है और उनकी भी जिम्मेदारी तय होती है। संजय जुनेजा के धरना प्रदर्शन की उन्होंने निंदा की इसके साथ ही जुनेजा को व्यापारियों का दुश्मन बताया। उन्होंने संजय जुनेजा की सद्बुद्धि के लिए भी ईश्वर से कामना की ताकि वह सकारात्मक काम करें और शहर सुंदर बन सके।
इधर, जब संजय जुनेजा से इस संबंध में बात की गई तो उनका कहना था कि वह इस मामले में कुछ बोलना नहीं चाहते। मेयर की टीआरपी नहीं बढ़ाना चाहते। साथ ही यह भी बोले कि क्या वह नगर निगम से बड़े हो गए जो प्रोजेक्ट फेल हो गया।