
एफएनएन, हरिद्वार: इन दिनों नवरात्र में मां दुर्गा की पूजा और रमजान की इबादत का दौर जारी है। इसी के तहत हरिद्वार जिला जेल में सौहार्द्र देखने को मिल रहा है। हरिद्वार जिला कारागार में इन दिनों धर्म और सौहार्द्र की गंगा बह रही है। नवरात्र और रमजान एक साथ होने के चलते एक तरफ हिंदू धर्मावलंबी नवरात्र में व्रत रखकर मां से अपनी मन्नतें मांग रहे हैं। दूसरी तरफ मुस्लिम बंदी रोजा रखकर इबादत करते हुए अपने गुनाहों से तौबा कर रहे हैं।
- जेल प्रशासन ने किया पूरा इंतजाम
भजन कीर्तन के साथ मां के जयकारे गूंज रहे हैं, जबकि रोजेदार कुरआन की तिलावत कर रहे हैं। जेल प्रशासन नवरात्र और रोजे के लिए खान-पान से लेकर पूजन सामग्री तक का पूरा इंतजाम कर रहा है।
- जेल जिला में 1300 से अधिक बंदी
प्रदेश की सबसे बड़ी जेल जिला कारागार रोशनाबाद में 1300 से अधिक बंदी हैं। हालांकि, जेल में नवरात्र में व्रत और रमजान के रोजे बंदी पहले से रखते आ रहे हैं। लेकिन वरिष्ठ अधीक्षक मनोज कुमार आर्य के आने के बाद से जेल में जन्माष्टमी, होली, दशहरा, दीपावली जैसे सभी त्योहार प्रमुखता से मनाए जा रहे हैं। जिससे बंदियों में नैतिकता और आध्यात्म की भावना जाग्रत होने के साथ ही उन्हें सन्मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिल रही है।
- नवरात्र और रमजान एक साथ
इन दिनों नवरात्र और रमजान एक साथ चल रहे हैं, जिससे जेल के भीतर भी सौहार्द्र का नजारा देखने को मिल रहा है। हिंदू बंदी रोजाना व्रत रखकर मां भगवती की आराधना कर रहे हैं, दूसरी तरफ मुस्लिम बंदी रोजे रख रहे हैं। व्रत और पूजन के लिए जेल प्रशासन पूरी सामग्री उपलब्ध कराता है।
इसी तरह रोजा रखने के लिए सेहरी में दूध, सेवई आदि और इफ्तार के लिए भी फल की व्यवस्था की जा रही है। जेल के वरिष्ठ अधीक्षक मनोज कुमार आर्य ने बताया कि जेल में 300 से अधिक बंदी व्रत रख रहे हैं, जबकि 250 से ज्यादा बंदी रोजे रख रहे हैं। जेल प्रशासन की ओर से पूरे इंतजाम किए गए हैं।