शेरगढ़ में पीडीए सम्मेलन से ऐन पहले फिर सतह पर आई सपाई दिग्गजों की अंदरूनी कलह
सुल्तान बेग का खुला इल्ज़ाम-किसी के दुख-दर्द में शरीक नहीं होते भोजीपुरा विधायक शहजिल इस्लाम
शेरगढ़ कस्बे में पीडीए सम्मेलन से पहले बैठक में मौजूद सपा नेता
एफएनएन ब्यूरो, बरेली। पांच फरवरी बुधवार को शेरगढ़ कस्बे में प्रस्तावित पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) सम्मेलन से पहले दिग्गज सपा नेताओं की अंदरूनी कलह फिर उभरकर सामने आई है। सोमवार को शेरगढ़ कस्बे में ही एक पार्टी कार्यकर्ता के आवास पर आयोजित बैठक में पूर्व विधायक सुल्तान बेग ने अपनी ही पार्टी के विधायक पर निशाना साधा।
पहले 39 कांवर और फिर 119, मीरगंज विधानसभा क्षेत्र से लगातार तीन बार विधायक रहे सुल्तान बेग ने एक बार फिर बगावती तेवर दिखाते हुए साफ तौर पर कहा कि भोजीपुरा से सपा के वर्तमान विधायक शहजिल इस्लाम लोगों के दुख-दर्द में शामिल नहीं होते। लोग जब उनके यहां काम से जाते हैं तो वह सरकार में नहीं होने का हवाला देकर उन्हें बैरंग लौटा देते हैं। आरोप लगाया कि शहजिल जनता के कार्यों पर भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। उन्होंने मुस्लिमों को भी जातियों में बांट दिया है।
‘विधायक शहजिल का नहीं है आम लोगोंं से जुड़ाव’
सुल्तान बेग का आरोप है कि भोजीपुरा विधायक शहजिल इस्लाम का आम लोगों से जुड़ाव नहीं है। भोजीपुरा में सपा का विधायक और एमएलसी होने के बावजूद भी यह क्षेत्र लावारिस जैसी हालत में है। उन्होंने बैठक में पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं से पांच फरवरी बुधवार को शेरगढ़ में ही होने वाले सपा के पीडीए सम्मेलन में अधिक से अधिक लोगों को लाने और उसे ऐतिहासिक रूप से कामयाब बनाने की अपील की।
इस दौरान बैठक में खुर्रम बेग, मुस्तफा खान, रिजवान बेग, मुजम्मिल खान, वसीम खान और अन्य अनेक प्रमुख सपाई मौजूद रहे। इससे पहले पांच दिसंबर को सपा के भोजीपुरा विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष टीकाराम ने भी विधायक शहजिल पर टिप्पणी कर दी थी।शिकायत पर उन्हें पार्टी से निलंबित भी कर दिया गया था। लोकसभा चुनाव के दौरान भी पूर्व मीरगंज विधायक सुल्तान बेग की शहजिल और कई दीगर स्थानीय वरिष्ठ सपा नेताओं पर की गईं बगावती टिप्पणियां भी आमजन के बीच चर्चाओं और मीडिया की सुर्खियों में रही थीं।
शहजिल ने नकारे आरोप
भोजीपुरा के सपा विधायक शहजिल इस्लाम ने हालांकि पूर्व विधायक सुल्तान बेग के सभी आरोपों को निराधार करार दिया है। कहा-पूर्व विधायक बेग का अब कहीं कोई वर्चस्व नहीं रहा है। उनको मीरगंज के लोगों ने ही नकार दिया है। हताशा में ऐसी बातें कहते रहते हैं।
पूर्व विधायक भगवत सरन ने भाजपा सरकारों को बताया आरक्षण-संविधान विरोधी
पूर्व मंत्री भगवत सरन गंगवार ने कहा कि देश- प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा आरक्षण और संविधान की विरोधी है। भाजपा के नेता नहीं चाहते कि दलित, पिछड़े और गरीबों को उनके वाजिब हकूक मिलें। सपा सरकार में मंत्री रह चुके नवाबगंज के पूर्व विधायक भगवत सरन सोमवार को बरेली शहर के जोगी नवादा में सपा की ओर से आयोजित पीडीए पंचायत को संबोधित कर रहे थे।
पूर्व मंत्री भगवत सरन ने जोर देकर कहा कि अगर अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलवाकर उनका भविष्य सुधारना हैतो सपा को सत्ता में वापस लाना ही होगा। महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी ने भी क्रांतिकारी विचार साझा किए। महानगर सचिव युधिष्ठिर पाल सिंह की ओर से खिचड़ी भोज कराया गया।
जोगी नवादा में पीडीए की इस पंचायत में बरेली की पूर्व महापौर सुप्रिया ऐरन, पार्षद राजेश अग्रवाल, सपा से संबद्ध बाबा साहब अंबेडकर वाहिनी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेन्द्र सोनकर, सपा अल्पसंख्यक सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष अनीस अहमद, गौरव सक्सेना, स्मिता यादव, महासचिव डॉ. दीक्षा सक्सेना की भी सक्रिय सहभागिता रही। शांति बिहार और मीरगंज विधानसभा के धन्तिया सेक्टर में भी पीडीए पंचायतें आयोजित की गईं।