एफएनएन, हल्द्वानी: कुमाऊं के एकमात्र महिला महाविद्यालय में को-एजुकेशन शुरू किए जाने के विरोध में आज छात्राओं ने हल्ला बोला है. साथ ही छात्राओं ने तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री धामी को ज्ञापन भेजा है. इसी बीच प्रदर्शनकारी छात्राओं ने कहा कि अगर सरकार इसे को-एजुकेशन में तब्दील कर देगी, तो ये छात्राओं के साथ अन्याय होगा, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
को एजुकेशन के विरोध में उतरी छात्राएं
प्रदर्शनकारी छात्राओं ने कहा कि महिला डिग्री कॉलेज केवल महिलाओं के लिए खोला गया है, लेकिन को एजुकेशन शुरू हो जाने से कॉलेज का माहौल खराब होगा. उन्होंने कहा कि महिला डिग्री कॉलेज के साथ किसी प्रकार की छेड़ाखानी न करते हुए महाविद्यालय में केवल छात्राओं को ही प्रवेश दिया जाए, ताकि कुमाऊं और अन्य जगहों से आने वाली उन छात्राओं को प्रवेश मिल सके, जो महिला महाविद्यालय में ही रहकर कोर्स पूरा करना चाहती हैं.
छात्राओं के साथ अन्याय को नहीं जाएगा बख्शा
छात्राओं ने आरोप लगाया है कि अगर यहां भी को-एजुकेएशन शुरू कर दिया जाएगा, तो इसका हाल भी एमबीपीजी डिग्री कॉलेज के जैसा ही हो जाएगा. ऐसे में इस महाविद्यालय को किसी भी हाल में को-एजुकेशन के अंतर्गत शामिल नहीं होने दिया जाएगा. वहीं, अगर ऐसा हुआ तो कॉलेज राजनीति की भेंट भी चढ़ेगा. उन्होंने कहा कि कई छात्राएं दूर-दराज के इलाकों से यहां प्रवेश लेने आती हैं, ताकि वह छात्राओं के बीच रहकर अपने आप को सुरक्षित महसूस कर पढ़ाई कर सकें और उन्हें यह परिवेश पसंद आता है.