- सट्टेबाज के घर 50 लाख की पार्टी में छलके जाम
- पुलिस ने मेडिकल कराया, फिर थाने में ही निपटा दिया मामला
एफ़एनएन, बरेली : बरेली प्रेमनगर इलाके में एक सट्टेबाज के घर पर कमेटी की लॉटरी पार्टी थी। शराब के नशे में झगड़ा हो गया। कई राउंड फायरिंग हुई। प्रेमनगर पुलिस तीन लोगों को थाने में ले आई। आधी रात को समझौता कर मामले को रफा दफा कर दिया। एसएसपी ने पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की। इसके बाद प्रेमनगर पुलिस में खलबली मची है।
जिले भर के सट्टेबाज, बुकी और जुआरियों का था जमावड़ा
प्रेमनगर में एकतानगर के लंबे बाल वाले सट्टेबाज के घर जिले भर के जुआरी, बुकी और आईपीएल सट्टेबाजों का जमावड़ा था। उनके बीच हर महीने लाखों की कमेटी डाली जाती है। बुधवार रात को कमेटी का ड्रा निकाला जाना था। फरीदपुर इलाके के सट्टेबाज की कमेटी लाटरी 50 लाख की निकली थी।
शराब के नशे और मस्ती में पार्टी चल रही थी। इसी दौरान उसने तमंचे और पिस्टल से तीन चार राउंड फायरिंग कर दी। जिस पर दूसरे पक्ष के लोगों के बीच कहां सुनी और बढ़ गई। आरोप है कि मारपीट के बाद एक पक्ष के लोग अपने घर से रिपीटर और पिस्टल निकाल लाए। इसके बाद उन्होंने सड़क पर खड़े होकर कई राउंड फायरिंग की। प्रेमनगर इलाके में आधी रात को अंधाधुंध फायरिंग की गई।
शराब के नशे में सट्टेबाज थाने पहुंचे। तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इसमें वीर सावरकर नगर के रहने वाले प्रियंक वर्मा, शास्त्रीनगर के आयुष अग्रवाल और हरिशंकर को लाया गया। जिला अस्पताल में उनका मेडिकल परीक्षण कराया गया। इसके बाद एक कथित भाजपा नेता थाने में पहुंचे। उनके जरिए पुलिस से सांठगांठ की गई। इसके बाद पुलिस ने समझौता दिखाकर वहीं से उन्हें छोड़ दिया। अवैध असलहों से फायरिंग करने के मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई। जब मामले की शिकायत एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान से हुई। उन्होंने प्रेमनगर पुलिस से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की।
अब पुलिस आरोपियों को पड़कर उनका शांति भंग में चालान करने की तैयारी में है। इस मामले में इंस्पेक्टर प्रेमनगर आशुतोष रघुवंशी से बातचीत की उन्होंने बताया कि आयुष अग्रवाल और प्रियंक वर्मा के बीच एक शादी समारोह में झगड़ा हुआ था।
झगड़े के बाद उन्हें थाने लाया गया। इसके बाद भाजपा नेता अजय जेटली पहुंचे। उन्होंने समझौता करवा दिया। उन्होंने इसकी जिम्मेदारी ली थी। हालांकि पुलिस की कहानी में दम नहीं है। एकतानगर में उस दिन कोई शादी नहीं थी।