एफएनएन,पीलीभीत : किसान आंदोलन में भाग लेने दिल्ली गए युवक की मौत हो गई । उसका शव गाजियाबाद में सर्विस रोड पर पेपर मार्केट के पास मिला। उसके परिजनों ने तिरंगे में लपेटकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया । पुलिस ने इसे तिरंगे का अपमान मानते हुए मृतक के माता-पिता समेत तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है।
पूर्व मंत्री हेमराज वर्मा ने मृतक के घर पहुंचकर शोक जताया और कहां कि किसान आंदोलन देश की आजादी के आंदोलन की तरह है, जब तक केंद्र सरकार कृषि कानून बिल वापस नहीं लेती तब तक आंदोलन जारी रहेगा। पूरनपुर तहसील क्षेत्र के गांव बारी भुजिया निवासी 32 वर्षीय बलजिंदर सिंह का शव गाजियाबाद में मिला था। परिजनों के मुताबिक वह 23 जनवरी को किसान आंदोलन में भाग लेने दिल्ली गया था ।पुलिस ने इसे हादसा बताते हुए उसका पोस्टमार्टम करवा दिया।
लेकिन मृतक के परिजन इसे हादसा मानने को तैयार नहीं थे । उन्होंने तिरंगे में लपेटकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया ।जैसे ही यह खबर पुलिस को मालूम पड़ी तो हड़कंप मच गया ।थाना प्रभारी आशुतोष रघुवंशी की ओर से मृतक के पिता गुरविंदर सिंह माता जसवीर कौर वह एक अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया। पूर्व मंत्री हेमराज वर्मा ने कहा कि पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर हिटलरशाही का सबूत दिया है। सरकार किसानों का उत्पीड़न कर रही है ।किसान आंदोलन आजादी का आंदोलन है और यह तब तक नहीं थमेगा जब तक तीनों काले कानून सरकार वापस नहीं लेती।