एफएनएन, देहरादून : हरिद्वार में फागुनी कांवड़ यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कांवड़ के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद करने और शिव भक्तों की सुविधाओं का पूरा ख्याल रखने के निर्देश दिए हैं।
आगामी एक मार्च को महाशिवरात्रि का पर्व है, जिसको लेकर फागुनी कांवड़ की शुरुआत हो चली है। फागुनी कांवड़ में भगवान शिव के भक्त धर्मनगरी हरिद्वार में स्थित हर की पैड़ी पहुंच कर अपनी मनोकामनाओं की सिद्धि के लिए कांवड़ उठा कर अपने अपने शहर की ओर प्रस्थान कर रहे हैं।
हरिद्वार से पैदल यात्रा कर गंगा से जल भरकर अपने शहर अथवा गांव के शिव मंदिरों में जलाभिषेक करने की परम्परा रही है। इसी धार्मिक परम्परा के निर्वहन के लिए बड़ी संख्या में कांवड़िये गंगा जल लेने हरिद्वार पहुंच रहे हैं। इस सम्बंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि शिवभक्तों के लिए कावंड़ यात्रा के दौरान संवेदनशील स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखी जाए। इसके साथ ही यात्रा पर आने वाले शिवभक्तों को समुचित जन-सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
- कांवड़ यात्रियों के मार्ग से मांस की दुकानें हटाने की मांग
रुड़की में शिवसेना ने पुलिस प्रशासन से कांवड़ यात्रियों के मार्ग से मांस, अंडे की रेहड़ी और दुकानों को हटाने की मांग की है। मार्ग पर इन दुकानों के होने से कांवड़ यात्रियों की धार्मिक भावनाएं आहत हो सकती हैं।मकतूलपुरी स्थित शिव सेना कार्यालय पर एक बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए शिवसेना के प्रदेश सचिव जगमोहन पटवा ने कहा कि कोरोना के कारण पिछले दो वर्ष से कांवड़ यात्रा नहीं हो पाई है।
इसके चलते इस बार कांवड़ यात्रा में बड़ी संख्या में यात्री आ रहे हैं। यह कांवड़ यात्री हरिद्वार से गंगाजल लेकर पैदल ही गंतव्य को जा रहे हैं। एक मार्च को महाशिवरात्रि पर्व तक कांवड़ यात्रा जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा को देखते हुए मार्ग पर पडऩे वाली मांस, अंडे व शराब की दुकानों को बंद रखा जाए। इस मौके पर नगर प्रमुख आशीष लूथरा, अजय ङ्क्षसह, दीपक, राजकुमार, अश्विनी, राकेश, ललित, आकाश, सुधांशु पटवा, सतेंद्र, रामपाल, विनोद, नरेंद्र, सुरेश मानव आदि मौजूद रहे।