एफएनएन, रायबरेली : महिला अपराधों पर अंकुश लगाने को लेकर पुलिस प्रशासन खूब दावे कर रहा है, लेकिन जमीन जमीनी स्याह है। पुलिस की चौखट पर दुष्कर्म पीड़िताओं को भी दुत्कार कर भगाया जा रहा है। पुलिस की कार्यशैली से तंग आकर दुष्कर्म पीड़िता ने गुरुवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय परिसर में जहर पीकर आत्महत्या का प्रयास किया। महिला की हालत बिगड़ देख आनंद आनंद पुलिस कर्मियों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया।
महिला की हालत नाजुक बताई जा रही है। लालगंज कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली महिला का आरोप है कि एक युवक 2017 से उसका जबरन शारीरिक शोषण कर रहा है। पीड़िता 31 जनवरी 2024 को खीरो थाने में शिकायती पत्र देकर कार्यवाही की गुहार लगाई। पुलिस ने क्या कहते हुए मामले को ठंडा में बस्ती में डाल दिया कि प्रकरण लालगंज कोतवाली क्षेत्र में आता है।
एसपी की मौजूदगी में पिया जहर
12 फरवरी को पिता ने एसपी को शिकायती पत्र दिया लेकिन इस पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। गुरुवार को पुलिसिया कार्यवाही से नाराज दुष्कर्म पीड़िता ने एसपी की मौजूदगी में कार्यालय परिसर में जहर पीकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। महिला के जहर पीने की खबर मिलते ही पुलिस कर्मियों में अपरा तफरी मच गई।
पुलिस कर्मियों ने महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसकी हालत नाजुक होता देख चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद लखनऊ रेफर कर दिया। महिला के परिजनों ने भी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्वास्थ्य में सुधार न होने पर लखनऊ रेफर किया गया है। प्रकरण पर कार्यवाही की जा रही है। –नवीन कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक