एफएनएन, देहरादून : उत्तराखंड में नए खनन निदेशक की जिम्मेदारी शासन ने तेज तर्रार अधिकारी राजपाल लेघा को सौंप दी है. कल ही भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग में कार्यरत निदेशक एस०एल० पैट्रिक को निलम्बित कर दिया था. राजपाल लेघा अभी तक भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय उत्तराखंड में अपर निदेशक की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. अब उन्हें उत्तराखण्ड के प्रभारी निदेशक, भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय, उत्तराखण्ड के पदीय कर्तव्यों का प्रभार अतिरिक्त रूप से प्रदान कर दिया गया है.
नए खनन निदेशक की प्राथमिकताएं
चार्ज संभालने के बाद राजपाल लेघा ने कहा की उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकताएं होंगी की स्थानीय लोगों को रोजगार से कैसे जोड़ा जाएगा इसके लिए काम करेंगें, साथ ही खनन विभाग के राजस्व की बढ़ोतरी करने के साथ ही विभाग की छवि को बेहतर करने की ओर काम किया जाएगा, उन्होंने बताया राज्य में कहीं भी अवैध खनन पाये जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही खनन मॉनिटरिंग के लिए चम्पावत, बागेश्वर और हरिद्वार में कार्यालय खोले जाएंगे. बीते वर्ष जुलाई 2022 में राजपाल लेघा को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने प्रदेश का राजस्व बढ़ाने उत्तराखंड में खनिजों की खोज नीलामी के लिए भी सम्मानित किया था.
बुधवार को एसएल पैट्रिक को किया था सस्पेंड
शासन ने बड़ा फैसला लेते हुए भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशक एसएल पैट्रिक को ससपेंड (Uttarakhand Mining Director LS Patrick suspended) कर दिया है। ग़ौरतलब है कि पैट्रिक आने वाले जून माह में अपने पद से सेवानिवृत्त होने वाले थे। शासन ने निदेशक के खिलाफ एक लंबी चौड़ी चार्जशीट जारी करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है। शासन द्वारा जारी निलम्बन आदेश में आरोप लगाया गया है कि डायरेक्टर पैट्रिक द्वारा राजकीय कार्यों की गोपनीयता भंग की जा रही थी। साथ ही सरकारी संविदा कर्मियों को अपने पारिवारिक व निजी कार्यों में उपयोग किया जा रहा था.
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