एफएनएन, हल्द्वानी : आरोपित फूलचंद ने अपनी भाभी लज्जावती के मुंह पर तेजाब फेंकने से पहले दो बार उसे पीने का दबाव भी बनाया। वह तेजाब पिलाकर भाभी को मौत के घाट उतारना चाहता था। लज्जावती ने तेजाब पिलाने का विरोध किया तो आरोपित ने उसे चेहरे पर ही फेक दिया।
तेजाब के हमले के बाद वह झुलसकर झाडिय़ों में गिरकर 20 मिनट तक तड़पती रही। एसिड अटैक में झुलसी लज्जावती के बेटे लाकेट ने बताया कि उसका चाचा कुछ साल पहले रामनगर जाकर रहने लगा था। दोनों के रिश्तों में कभी दूरियां नहीं आई थी। चाचा के हर सुख-दुख में उनका परिवार साथ देता था। तीन नवंबर को भी चाचा घर आया तो उनकी पूरी खातिरदारी की गई। उसने बताया कि एसिड अटैक के बाद मां देख नहीं पा रही है, लेकिन पूछने पर बताया कि फूलचंद ने दोपहर में घर आकर अकेले में तेजाब पीने का दबाव बनाया। उसने मामले को हलके में लेकर यह बात किसी को नहीं बताई। देर शाम फिर रास्ता घेरकर उसने तेजाब पीने को कहा। मना किया तो चेहरे पर ही फेंक दिया। मां के झाडिय़ों में चिल्लाने की आवाज उसकी चाची सरिता ने सुनी तो स्वजनों को बताई। इसके बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल लाया गया।
बेटी के इलाज को रुपये नहीं देने पर किया हमला
आरोपित ने बेटी के इलाज के लिए रुपये नहीं देने पर तेजाब से हमले की बात कही। उसका कहना था कि 12 साल की बेटी जरीना को पीलिया हो गया था। इलाज के लिए उसने भाभी लज्जावती से रुपये मांगे, मगर उसने रुपये नहीं दिए। समय से इलाज नहीं मिलने पर बेटी की मौत हो गई थी। इसी का बदला लेने के लिए उसने तेजाब से हमला कर दिया।