एफएनएन, देहरादून : प्रदेश में भाजपा की अंदरूनी राजनीति में बड़ी हलचल के संकेत हैं। अंकिता हत्याकांड और विधानसभा में अवैध नियुक्तियां निरस्त करने को लेकर चल रही कार्रवाई के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मंगलवार को अचानक दिल्ली पहुंच गए। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडड़़ी ने भी दिल्ली का रुख किया। देर सायं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और कैबिनेट मंत्री डा धन सिंह रावत भी दिल्ली जाने वालों की कतार में सम्मिलित रहे। इससे प्रदेश की राजनीति का पारा चढ़ गया।
- केंद्रीय नेतृत्व तमाम नेताओं से लेगा फीडबैक
माना जा रहा है कि राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित हो चुके इन दोनों प्रकरणों से असहज केंद्रीय नेतृत्व मुख्यमंत्री समेत इन तमाम नेताओं से फीडबैक लेगा। मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही फेरबदल के रूप में हाईकमान का निर्णायक कदम शीघ्र सामने आ सकता है।
- राहुल गांधी अब अंकिता हत्याकांड को लेकर अधिक मुखर
प्रदेश में भर्ती घपले से उपजे असंतोष को थामने के लिए मशक्कत कर रही प्रदेश सरकार की मुश्किलें अंकिता हत्याकांड ने बढ़ा दी हैं। एक के बाद एक घटनाक्रम ने कांग्रेस को उत्तराखंड को राष्ट्रीय मुद्दा बनाने का अवसर दे दिया है। विधानसभा में अनियमित भर्ती को लेकर भाजपा पर हमलावर राहुल अब अंकिता हत्याकांड को लेकर अधिक मुखर हैं। राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोर रहे इन मामलों को भाजपा हाईकमान ने गंभीरता से ही नहीं लिया, बल्कि पूरे घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रखी जा रही है।
- दोनों घटनाक्रम में सख्ती बरतने से पीछे नहीं हट रही सरकार
इसका प्रभाव प्रदेश सरकार की कार्रवाई पर भी साफतौर पर देखा जा रहा है। पुष्कर सिंह धामी सरकार इन दोनों ही घटनाक्रम में सख्ती बरतने से पीछे नहीं हट रही है। विधानसभा के पिछले दो कार्यकाल की 228 भर्तियों को निरस्त किया जा चुका है। अंकिता हत्याकांड में तीन आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है। सरकार के एक्शन मोड में होने के बावजूद मुख्यमंत्री धामी मंगलवार दोपहर अचानक अपने अन्य काम छोड़कर दिल्ली गए। यद्यपि उनके दौरे को केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति जी किशन रेड्डी से मुलाकात के कार्यक्रम से जोड़ा जा रहा है।
- विधानसभा अध्यक्ष भी दोपहर में पहुंची दिल्ली
इसी तरह विधानसभा अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडूड़ी भी दोपहर में दिल्ली पहुंच गईं। उनके दौरे को यूं तो रूटीन बताया जा रहा है, लेकिन विधानसभा में नियुक्तियों को निरस्त करने को लेकर उठाए गए सख्त कदम के बाद भाजपा हाईकमान फीडबैक लेने के पक्ष में बताया जा रहा है।
- दिल्ली दौड़ से गर्मा गई प्रदेश में राजनीति
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज पहले से ही दिल्ली में उपस्थित हैं। ऐसे में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के साथ ही कैबिनेट मंत्री डा धन सिंह रावत ने भी मंगलवार को दिल्ली दौड़ लगा दी। इसके बाद से ही प्रदेश में राजनीति गर्मा गई है। यद्यपि सभी नेताओं ने दिल्ली दौरे के अलग-अलग कारण गिनाए हैं, लेकिन इसे मंत्रिमंडल के विस्तार और फेरबदल से जोड़कर ही देखा जा रहा है।
- पार्टी के शीर्षस्थ नेताओं से मुलाकात का कोई कार्यक्रम नहीं
प्रदेश अध्यक्ष भाजपा महेंद्र भट्ट का कहना है कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला मेरे मित्र हैं। वह बीते दिन हरिद्वार आए थे, लेकिन पंचायत चुनाव में व्यस्तता के कारण मेरी उनसे भेंट नहीं हो पाई। लोकसभा अध्यक्ष ने आज मुलाकात का समय दिया, इसलिए उनसे मिलने दिल्ली गया हूं। पार्टी के शीर्षस्थ नेताओं से मुलाकात का कोई कार्यक्रम नहीं है। मुझे तो मुख्यमंत्री के दिल्ली जाने के बारे में भी रास्ते में ही पता चला।
- बच्चों को लेने दिल्ली आई हूं
अध्यक्ष विधानसभा ऋतु खंडूड़ी भूषण ने कहा कि मेरा परिवार से मिलने दिल्ली जाने का कार्यक्रम पहले से ही तय था। विधानसभा में कामकाज निबटाने के बाद दोपहर में मैं दिल्ली के लिए रवाना हुई। 30 सितंबर को मेरे पिता का जन्म दिवस है और मैं बच्चों को लेने दिल्ली आई हूं।