Sunday, July 13, 2025
03
20x12krishanhospitalrudrapur
previous arrow
next arrow
Shadow
Homeराज्यउत्तराखंडनैनीसैनी हवाई अड्डे से जल्द उड़ेगा जहाज, सीएम धामी ने धरने पर...

नैनीसैनी हवाई अड्डे से जल्द उड़ेगा जहाज, सीएम धामी ने धरने पर बैठे विधायक मयूख को फ़ोन कर दिया भरोसा

एफ़एनएन, देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पिथौरागढ़ के विधायक मयूख महर को फोन करके आश्वासन दिया कि नैनीसैनी हवाई अड्डे से जल्द जहाज उड़ेगा। हवाई सेवा के लिए एक एयरलाइन ने अपनी सहमति दे दी है। इसके लिए लाइसेंस की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इसकी लगातार समीक्षा हो रही है।

उधर, विधायक ने सीएम को दो टूक अंदाज में साफ कर दिया कि बेस अस्पताल और हवाई सेवा की तिथि तय कर दें, वह धरना समाप्त कर देंगे। शनिवार को सीएम ने विधायक मयूख से फोन पर वार्ता की। उन्हें बताया कि बेस अस्पताल को निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज के साथ संबद्ध किया जाना है।

उन्होंने मेडिकल कॉलेज के पदों की स्वीकृति और नियुक्ति की प्रक्रिया और कार्रवाई की भी जानकारी दी। कहा कि पिथौरागढ़ से हवाई सेवा के लिए एक एयरलाइन ने अपनी सहमति भी दे दी है। उधर, शनिवार को कांग्रेस कार्यकर्ता विधायक मयूख महर के नेतृत्व में धरनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने सरकार के खिलाफ नारे लगाकर आक्रोश जताया। उनके धरने को स्टेट फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर्स और सीमांत संघर्ष समिति ने समर्थन दिया।

  • नौ नवंबर तक देंगे धरना

    विधायक ने चेताया कि अगर सरकार उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लेती है वे आंदोलन को उग्र कर देंगे। त्योहारों को देखते हुए नौ नवंबर तक धरना दिया जाएगा। इसके बाद 16 नवंबर से क्रमिक और आमरण अनशन की तैयारी की जाएगी। जनहित की मांगों के लिए उन्हें महीनों तक भी आंदोलन क्यों न करना पड़े, वे करेंगे। पूर्व दर्जा राज्यमंत्री महेंद्र लुंठी ने कहा कि नैनीसैनी हवाई पट्टी और बेस अस्पताल कांग्रेस के समय में बनकर तैयार हुए, जिन्हें भाजपा सरकार शुरू नहीं कर पा रही है, जो निंदनीय है।

  • ये हैं प्रमुख मांग
  • नैनीसैनी हवाई अड्डे से देहरादून और दिल्ली के लिए नियमित हवाई सेवा शुरू की जाए।
  • बेस अस्पताल में पदों को सृजित कर संचालन शुरू कराया जाए।
  • यूकेपीएसी और यूकेएसएसएससी के परीक्षा केंद्र पिथौरागढ़ में भी बनाया जाए।
  • जाजरदेवल-नैनीसैनी सड़क पर डामरीकरण और नाली निर्माण कराएं।
  • सिकड़ानी के लोगों पर यूपीसीएल की ओर से दर्ज कराए मुकदमे वापस लिए जाएं।
  • सेना की ओर से ग्रामीणों के लिए बंद किए गोचर, पनघटों के रास्ते खोले जाएं या वैकल्पिक रास्ते बनाए जाएं।
RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments