- आपरेशन वार्प स्पीड के चीफ साइंटिफिक एडवाइजर डां. मोनसेफ सलाई की दोटूक टिप्पणी
एफएनएन, वाशिंगटन: कोरोना ने दुनिया के जिन देशों को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया है, अमेरिका उनमें शीर्ष पर है. यहां अब तक 3 लाख से अधिक मरीज जान गंवा चुके हैं. लेकिन, अमेरिकी कंपनी pfizer ने कोरोना वैक्सीन तैयार कर ली है। संयुक्त राज अमेरिका ने इसके 100 मिलियन डोज का सौदा भीी कर लिया है.।तभी यह खबर सामने आई है कि फाइजर की एंटी कोरोना वैक्सीन के एलर्जिक रिएक्शन उम्मीद से बहुत ज्यादा हैं।
8 लोगों पर वैक्सीन का एलर्जिक रिएक्शन
ऑपरेशन वार्प स्पीड के चीफ साइंटिफिक एडवाइजर डॉ. मोनसेफ सलाई ने कहा कि फाइजर की कोरोना वैक्सीन के एलर्जिक रिएक्शन उम्मीद की बहुत ज्यादा हैं। जिन 8 लोगों पर इस वैक्सीन का एलर्जिक रिएक्शन हुआ है, उनमें 6 अमेरिकी हैं।
मोनसेफ सलाई का यह बयान तब सामने आया है. जबकि इसके ठीक एक दिन पहले संयुक्त राज अमेरिका ने फाइजर कंपनी के साथ कोरोना वैक्सीन के लिए 100 मिलियन डोजेज का सौदा कर लिया है।
वैक्सीन के लिए एडवाइजरी जारी
यूके की स्वास्थ्य नियामक एजेंसी ‘एमएचआरए’ ने इस बारे में पहले ही एडवाजरी जारी कर दी थी। उन्होंने कहा है कि जिन लोगों को एलर्जी से संबंधित किसी भी तरह की समस्या है, वे इस वैक्सीन को न लें. अमेरिका के फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन यानी FDA ने भी फाइजर की वैक्सीन के लिए यही एडवाइजरी जारी की है
पालिथिलीन ग्लाइकोल है रिएक्शंस की बड़ी वजह
अभी तक सामने आए इस वैक्सीन के एलर्जिक रिएक्शन्स में चक्कते पड़ना, ब्लड प्रेशर का तेजी से कम होना, सांस लेने में दिक्कत महसूस करना और तेजी से दिल की धड़कन का बढ़ जाना है.। इन सबके पीछे वैक्सीन में मौजूद कंपाउंड पोलिथिलीन ग्लाइकोल को माना जा रहा है. जो वैक्सीन की पैकेजिंग में मुख्य रूप से शामिल है।