एफएनएन, किच्छा : शनिवार को हल्दी क्षेत्र में हो रहे श्रीरामलीला मंचन के सातवें दिन अचानक सुबह शार्ट सर्किट से आग लग जाने के कारण लगभग ५० साल पुराना इतिहास जलकर खाक हो गया। मंचन से संबन्धित सभी नयी पुरानी सामग्री आग की चपेट में आ कर खाक हो गयी। किन्तु प्रभु की माया ऐसी रही कि जहाँ लोगों ने सोच लिया था कि अब मंचन नहीं किया जाएगा तो वहीं रामलीला कमेटी, हल्दी के कुछ पदाधिकारियों सुनील कुमार, शिवचन्द्र (बिल्लू), शशिकान्त मिश्रा, शिवम कालिया, नरेश कुमार, पंकज सिंह, निखिल प्रसाद, प्रमेन्द्र मिश्रा, अनिल सिंह, राकेश सैनी, कामेश्वर पाण्डे, प्रमोद कुमार द्वारा साफ सफाई के साथ् कमेटी के पदाधिकारी शोभित सक्सेना और पवन दूबे ने स्थानीय प्रशासन को घटना की जानकारी लिखित में करा कर रात्रि मंचन हेतु आवश्यक मेकअप की सामाग्री लाने का कार्य किया।
आग लगने से मंचन जिस पंजिका में लिखा गया था उसका कुछ भाग भी जल चुका था जिसके बावजूद भी रामलीला के संयोजक आशीष ढांडा द्वारा मंचन को सुचारु रुप से चालू रखा। इस दौरान शनिवार के मंचन में विभिषन शरणागत, सेतु बन्ध, ऋषिकुमार वध एवं रावण अंगद संवाद के दृश्यों का मंचन किया गया। रावण की भूमिका में धर्मेन्द्र मिश्रा, अंगद की भूमिका में सत्येन्द्र मिश्रा, राम की भूमिका में प्रमेन्द्र मिश्रा, लक्ष्मण की भूमिका में रवि पटेल, हनुमान की भूमिका में शशिकान्त मिश्रा, सुग्रीव की भूमिक में हरेराम राय तो जामवंत की भूमिका में रूपक राय ने दर्शकों का मन मोहा। व्यास पीठ पर टेकबहादुर, जय और राहुल ने भजन आदि से भक्तिमय समां बांधे रखा।