

एफएनएन, रुद्रपुर : स्थानीय विधायक राजकुमार ठुकराल एक वीडियो संदेश ने शहर में राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज कर दिया है। बुधवार रात को जारी इस विडियो में ठुकराल ने कहा है कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने मलिन बस्तियों की नजूल भूमि पर काबिज लोगों को मालिकाना हक दिए जाने की घोषणा कर दी है। इसे अपने प्रयासों की जीत बताते हुए ठुकराल ने सीएम रावत सहित शहरी विकास मंत्री बंशीधर भगत का भी धन्यवाद किया है। ठुकराल के इस वीडियो के वायरल होते ही कांग्रेस नेताओं ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी और जनता को बेवकूफ बनाने का आरोप लगाया।
ज्ञात हो कि साल 2017 के विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान विधायक ठुकराल ने सौगंध ली थी कि यदि वह नजूल भूमि पर काबिज लोगों को मालिकाना हक नहीं दिला पाए तो जीवन में कभी फिर चुनाव नहीं लड़ेंगे। इस वादे के चलते ठुकराल दोबारा विधानसभा पहुँचने में कामयाब रहे। मगर बीते चार साल में भाजपा का शासन होने के बावजूद नजूल पर मालिकाना न हक़ मिलने से और आसन्न विधानसभा चुनावों के चलते ठुकराल की प्रतिज्ञा के चलते उनका राजनीतिक भविष्य हिचकोले खाता दिख रहा है। लेकिन इन सबको विराम देते हुए ठुकराल ने वीडियो संदेश के माध्यम से यह घोषणा कर दी कि मुख्यमंत्री ने नजूल भूमि पर मालिकाना हक के लिए हामी भर दी है।
लेकिन इस मामले में जानकारों का कहना है कि विधायक का दावा ठीक नहीं है। कांग्रेस के कार्यकारी जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा के अनुसार कानूनी रूप से यह मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। ऐसे में मुख्यमंत्री की घोषणा से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। वहीं मेयर का चुनाव लड़ चुके कांग्रेस प्रदेश सचिव नन्द लाल प्रसाद ने कहा कि नजूल भूमि पर मालिकाना हक को लेकर लंबे समय से लड़ाई लड़ी जा रही है। हर चुनाव में मालिकाना हक का मामला मुद्दा बनता है और घोषणाओं के जरिए जनता के वोट ले लिए जाते हैं। इस बार भी कुछ ऐसे ही हो रहा है। विधानसभा चुनाव निकट है। इसलिए भाजपा विधायक ने नजूल भूमि पर मालिकाना हक का राग अलापना शुरू कर दिया है। पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष संदीप चीमा ने कहा कि एक घोषणा के जरिए फिर जनता को मूर्ख बनाने की कोशिश की जा रही है। जबकि कानूनी रूप से देखें तो ऐसा संभव नहीं है। इसके लिए पहले विधिक प्रक्रिया से गुजरना होगा। मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है, ऐसे में घोषणा नहीं की जा सकती है। लेकिन जनता को जुमले देने वाली भाजपा इसका श्रेय लेने लग गई है।
इस मामले में पूर्व मंत्री तिलक राज बेहड़ ने कहा कि नजूल भूमि पर मालिकाना हक़ एक संवेदनशील मुद्दा है और विधायक ठुकराल को जनता को बरगलाना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि यह घोषणा केबिनेट, विधानसभा, राज्यपाल से पास होने के बाद इसका गजट नोटिफिकेशन हो जाये तो वह स्वयं भाजपा नेताओं का आभार जताएंगे। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने भी तीन वर्ष पूर्व यह घोषणा की थी लेकिन नतीजा सिफर रहा। चूंकि यह मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है तो ऐसे में भाजपा नेताओं को झूठी वाहवाही के लिए जनता को भ्रमित नहीं करना चाहिए।