- हरिद्वार में कोविन पोटॅल का सवॅर डाउ, वैक्सीनेशन का काम रुका
एफएनएन, देहरादून : हरिद्वार में कोविन पोर्टल का सर्वर डाउन होने से वैक्सीनेशन कार्य रुका रहा। दोपहर 12.17 बजे ऑफ लाइन वैक्सीनेशन के लिए अनुमति मिली । करीब 47 मिनट तक वैक्सीनेशन नहीं हो पाया। मुख्यमंत्री दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे। जहां मुख्यमंत्री ने कहा कि वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। इस पर किसी भी प्रकार का भ्रम नहीं रहना चाहिए। केंद्र की ओर से प्रदेश को पहली खेप के रूप में राज्य को एक लाख 13 हजार वैक्सीन प्राप्त हुई हैं। पहले चरण में को कोविड-19 की यह वैक्सीन लगाई जानी है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन सहित वैक्सीनेशन निर्माण में लगे वैज्ञानिकों का आभार व्यक्त किया है। राजधानी देहरादून के दून अस्पताल में पहला टीका वार्ड ब्वाय शैलेन्द्र को लगा। काशीपुर एलडी भट्ट अस्पताल में 11.30 बजे तक 10 लोगों को कोरोना का टीका लगा। सभी को ऑब्जरवेशन रूम में रखा गया है। फिलहाल टीके से किसी को कोई परेशानी नही हुई है। पिथौरागढ महिला अस्पताल में पहला टीका जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. कुंदन कुमार को लगा। पिथौरागढ़ में सीएमओ डॉ. एच सी पंत ने पहला टीका लगाया। सीएमओ नैनीताल डॉ. भागीरथी जोशी ने जानकारी दी कि पहला टीका एसटीएच के एमएस डॉ अरुण जोशी को लगा है। । हरिद्वार जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रोशनाबाद में आशा कार्यकर्ती संजीता को पहला टीका लगा। जिला अस्पताल बागेश्वर में डॉक्टर मुन्ना लाल को सबसे पहले टीका लगा। दूसरा टीका डॉक्टर एजल पटेल और तीसरा टीका डॉक्टर अब्बास को लगा।
टनकपुर ट्रामा सेंटर में टीकाकरण के उपरांत पर्यावरण मित्र दीपक कुमार एवं फार्मासिस्ट महेश भट्ट को निगरानी कक्ष में रखा गया।रुद्रपुर में एसीएमओ डॉ हरेंद्र मालिक को पहला टीका लगा। अल्मोड़ा बेस अस्पताल में डॉ. चंचल सिंह मर्चल को पहला टीका लगा। पहला टीका लगने के बाद अस्पताल के स्टाफ ने डॉक्टर मर्चल के साथ सेल्फी ली।टिहरी जिले के बौराड़ी जिला अस्पताल में कार्यरत डॉ. रखी को पहला कोविशील्ड टीका लगा। संयुक्त चिकित्सालय नरेंद्रनगर में टीकाकरण अभियान शुरू किया गया।