Thursday, November 21, 2024
spot_img
spot_img
03
20x12krishanhospitalrudrapur
previous arrow
next arrow
Shadow
Homeराज्यउत्तराखंडविभाजन की विभीषिका में जान गवाने वाले लोगों की याद में देहरादून...

विभाजन की विभीषिका में जान गवाने वाले लोगों की याद में देहरादून में बनेगा स्मृति स्थल

  • देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने की बड़ी घोषणा
  • कार्यक्रम संयोजक विधायक शिव अरोरा ने रुद्रपुर की तरह ही देहरादून में भी कार्यक्रम सफल बनाने को लगा दी जान

एफएनएन, देहरादून : विभाजन की विभीषिका कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बड़ी घोषणा की। उन्होंने विभाजन में जान गंवाने वाले लोगों की याद में देहरादून में स्मृति स्थल बनाने की बात कहकर ऐसे लोगों के सम्मान में बड़ा कदम उठाया है। आपको बता दें कि इस कार्यक्रम के संयोजक रुद्रपुर विधायक शिव अरोरा थे। रुद्रपुर में कार्यक्रम कराकर अनुभव बटोर चुके शिव अरोरा ने देहरादून में भी कार्यक्रम की सफलता के लिए पूरी ताकत झोंक दी। मुख्य अतिथि के तौर पर कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि विभाजन ने नफरत और सांप्रदायिकता की लकीर खींची। इसमें कई घर बर्बाद हुए और कई अपनों से बिछड़ गए। उन्होंने विभाजन के दौरान उत्तराखंड आए परिवारों की सराहना करते हुए कहा कि इन परिवारों ने देश के विकास में अहम योगदान दिया। मुख्यमंत्री ने पंजाबी सभा की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में विधायक शिव अरोरा की भी प्रशंसा की।

देहरादून में सुभाष रोड स्थित एक वेडिंग पॉइंट में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने सेनानियों के परिजनों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। दिवंगतों के स्वजनों को भी सम्मान दिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि लंबे संघर्ष के बाद 15 अगस्त 1947 को एक और जहां देश आजादी का जश्न मना रहा था, वहीं दूसरी ओर देश के विभाजन का दर्द भी हमने सहा। इस दंश के दर्द की टीस आज भी है। विभाजन के दौरान वैमनस्य और दुर्भावना का दृढ़तापूर्वक सामना करने वाले प्रत्येक व्यक्ति के प्रति मुख्यमंत्री ने सहानुभूति प्रकट की। उन्होंने कहा कि देश आज आजादी के अमृत वर्ष में प्रवेश कर चुका है और इस अमृत काल में यह सबका कर्तव्य है कि देश को स्वतंत्र करने वाले और देश के विभाजन की यातनायें झेलने वालों के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करें।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments