एफएनएन: कांग्रेस नेता शशि थरूर से उनकी ही पार्टी के कुछ नेता नाराज हो गये हैं. कांग्रेस नेता उदित राज तो इस कदर नाराज हुए कि उन्होंने थरूर को बीजेपी का मुख्य प्रवक्ता घोषित कर देने की बात तक कह दी. दरअसल, ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत सरकार ने सर्वदलीय डेलिगेशन बनाकर उसे अलग-अलग देशों में भेजा है. ये प्रतिनिधिमंडल उन देशों में पाकिस्तान की कलई खोलकर दुनिया के सामने भारत का पक्ष रख रहे हैं. कुल सात डेलिगेशन में एक डेलिगेशन का नेतृत्व कांग्रेस नेता शशि थरूर के हाथों में हैं. अपने दौरे में शशि थरूर ने सरकार की तारीफ में कुछ ऐसा कह दिया है जो कांग्रेस को नागवार लग रही है. कांग्रेस नेता थरूर की इस बात का विरोध कर रहे हैं.
आतंकियों को चुकानी पड़ रही है कीमत
पाकिस्तान के साथ हालिया संघर्ष के बाद भारत का पक्ष रखने के लिए डेलिगेशन के साथ विदेश गए थरूर ने पनामा में कहा कि हाल के सालों में जो बदलाव आया है वह यह है कि आतंकवादियों को भी एहसास हो गया है कि उन्हें अपने किए की कीमत चुकानी पड़ेगी. उन्होंने यह भी कहा कि पहली बार ऐसा हुआ कि सितंबर 2016 में उरी हमले के बाद भारत ने आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक करने के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच की नियंत्रण रेखा को पार किया. कांग्रेस नेतृत्व को थरूर की यह बात पसंद नहीं आ रही है.
थरूर को घोषित कर दें बीजेपी का मुख्य प्रवक्ता- उदित राज
थरूर के बयान को लेकर कांग्रेस नेता उदित राज ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया “प्रिय शशि थरूर, अफसोस! मैं प्रधानमंत्री मोदी से इसकी पहल कर सकता हूं कि वह आपको भाजपा का मुख्य प्रवक्ता घोषित कर दें, यहां तक कि भारत लौटने से पहले आपको विदेश मंत्री भी घोषित कर दें.” उन्होंने कहा “आप यह कहकर कांग्रेस के स्वर्णिम इतिहास को कैसे बदनाम कर सकते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी से पहले भारत ने कभी भी नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पार नहीं की. 1965 में भारतीय सेना ने कई स्थानों पर पाकिस्तान में प्रवेश किया था, जिसने लाहौर सेक्टर में पाकिस्तानियों को पूरी तरह से चौंका दिया.”
UPA शासन के दौरान भी हुई थी सर्जिकल स्ट्राइक
कांग्रेस नेता ने अपने पोस्ट में यह भी कहा कि साल 1971 में भारत ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए और यूपीए सरकार के दौरान कई सर्जिकल स्ट्राइक की गईं, लेकिन इसको राजनीतिक रूप से भुनाने के लिए ढोल नहीं पीटा गया. उदित राज ने कहा “जिस पार्टी ने आपको इतना कुछ दिया उसके प्रति आप इतने बेईमान कैसे हो सकते हैं?” यह कोई पहला मौका नहीं है जब उदित राज ने थरूर को निशाने पर लिया है. इससे पहले भी कई बार उन्होंने ने थरूर को निशाने पर लिया है.