एफएनएन, बागेश्वर : मन में कुछ करने की इच्छा है तो सब कुछ संभव होता है। ऐसा ही सेवानिवृत्त शिक्षक भवान सिंह कोरंगा ने कर दिया है। उन्हें अब कीवी मैन के नाम से जाना जाता है। उन्हें भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान पूजा नई दिल्ली ने डिस्ट्रिक मिलियनेयर फार्मर अवार्ड 2023 से सम्मानित किया है। उनकी सफलता पर क्षेत्र के प्रगतिशील किसानों में खुशी की लहर दौड़ गई है।
जिले के तहसील कपकोट के शामा में टिश्यू तकनीक से कीवी फल का उत्पादन किया जा रहा है। उत्तराखंड जैव प्रौद्योगिकी संस्थान हल्दी, पंतनगर के विज्ञानियों ने नैनीताल, उत्तरकाशी के साथ जिले के शामा को भी टिश्यू तकनीक में शोध के लिए चुना था। शामा का नाम राज्य के प्रमुख कीवी उत्पादक गांवों में जुड़ गया है।
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शामा गांव में सेवानिवृत्त शिक्षक भवान सिंह कोरंगा ने कीवी की फसल को सबसे पहले उगाया था। पहले ही वर्ष उनकी अच्छी पैदावार हुई। जिसके बाद वह इसके उत्पादन में इजाफा करते गए। वर्तमान में वह हर वर्ष कीवी फलों से 15 लाख से अधिक की आय अर्जन कर रहे हैं। देखादेखी गांव के अन्य किसानों का भी कीवी की खेती की ओर रुझान बढ़ा है।
दिल्ली में किया गया सम्मानित
प्रगतिशील किसान भवान सिंह कोंरगा को भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान ने डिस्ट्रिक मिलियनेययर फार्मर अवार्ड दिया है। यह सम्मान उन्हें कीवी उत्पादन में उत्कृष्ट कार्य करने पर मिला। मिलियनेशर फार्मर आर्प इंडिया का पुरस्कार पाने वाले वह जिले के पहले किसान हैं। आठ नौ दिसंबर को दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में उन्हें सम्मानित किया गया, जिसमें देशभर के किसान शामिल थे।